दौसा न्यूज डेस्क,राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस उमाशंकर व्यास ने कहा- मैंने लंबे समय तक न्यायिक अधिकारी के रूप में काम किया है, ऐसे में मुझे अधिवक्ताओं की समस्याए अच्छे से पता है। साथ में महसूस कर सकता हूं कि न्यायिक अधिकारी भी अतिरिक्त समय देकर टारगेटेड केसों को निपटा रहे हैं, इसमें व्यक्तिगत रूप से मेरा मानना है कि लंबे समय तक यह ठीक नहीं है। वे शनिवार को दौसा जिला अभिभाषण संघ की नवीन कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा- मामलों के निस्तारण में भले ही 5-10% की कमी हो जाए, लेकिन आपस में सामंजस्य बना रहे और न्यायिक अधिकारी का व्यक्तिगत जीवन भी बहुत विपरीत रूप से प्रभावित नहीं हो। अधिवक्ताओं पर भी अनावश्यक रूप से दबाव नहीं रहे। क्योंकि काम तो काम के हिसाब से ही होगा। अधिवक्ताओं का भी सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन होता है। आपसी सामंजस के कारण जिला हमेशा अव्वल रहा है, आगे भी आपसी समन्वय बना रहना चाहिए।
त्वरित और सस्ता न्याय के लिए प्रयासरत रहें
जस्टिस व्यास ने कहा की चुनौतियों के बीच अगर बार-बेंच और कर्मचारियों में समन्वय रहता है तो तनाव कम होता है। संसाधनों की कमी के बीच न्याय के लिए प्रतीक्षा में रहने वाले वर्ग को त्वरित और सस्ता न्याय मिले इसके लिए सभी प्रयासरत हैं। यहां के अधिवक्ताओं ने अपनी विद्वता से न्यायपालिका में स्थान बनाया है। बार-बेंच में सौहार्दयपूर्ण सम्बन्ध और आपसी समन्वय होना भी एक सुखद विषय है। न्यायिक अधिकारियों को अपने कार्यस्थल पर अच्छा माहौल मिलता है तो वह भी एक सुखद बात है। अधिवक्ताओं के सामने भी अलग-अलग तरह की चुनौतियां होती है। पीड़ित व्यक्तियों को न्याय दिलाने के लिए लगातार काम करना भी एक समाजसेवा है।
बार अध्यक्ष ने रखी दो मांगें
समारोह में बार अध्यक्ष ने पारिवारिक न्यायालय के मुकदमों की एक जगह पर सुनवाई करवाने और एमवी एक्ट के मामलों का कार्यक्षेत्र भी जिला मुख्यालय करने की मांग की। इससे पहले जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र कुमार, कलेक्टर देवेंद्र कुमार व डिप्टी एसपी रवि प्रकाश शर्मा ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। जहां बालिकाओं ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत की प्रस्तुति दी।
बार कार्यकारिणी को दिलाई शपथ
समारोह में जिला अभिभाषक संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष कुंजबिहारी शर्मा, सचिव विजेन्द्र सिंह चेची, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह बैंसला, उपाध्यक्ष श्रीराम मीना, संयुक्त सचिव अंकित शर्मा, पुस्तकालय सचिव निखिल मोहन शर्मा, कोषाध्यक्ष मनोहर मुद्गल, सांस्कृतिक सचिव राजेन्द्र अन्दाना समेत कार्यकारणी के सदस्य जितेन्द्र कुमार गंगावत, हनीस अली, राजेन्द्र प्रसाद जांगिड़, सीताराम दायमा, बादलसिंह बैरवा, महेन्द्र कुमार सैन, महेश कुमार जागिंड को शपथ दिलाई गई।