जयपुर। शिक्षा विभाग में तृतीय श्रेणी शिक्षकों की कई सालों से अटकी पदोन्नति प्रक्रिया को लेकर शिक्षकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा का कहना है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की शिथिलता की वजह से बच्चों को पढ़ाने हेतु विषय अध्यापक नहीं मिल रहें हैं। मुख्य सचिव से बार-बार शिकायत करने के बाद विभाग में थोड़ी बहुत हलचल होती है उसके बाद पुन: यह प्रक्रिया ठंडे बस्ती में चली जाती है। मुख्य सचिव बार-बार प्रसंज्ञान लेते हैं, लेकिन अधिकारियों की शून्यता की वजह से शिक्षकों की पदौन्नति का ग्राफ आगे नहीं बढ़ पा रहा है।
तृतीय श्रेणी से वरिष्ठ अध्यापक की पदोन्नति निदेशक के 28 जुलाई 2022 के विवादास्पद आदेश एवं विभाग की कमजोर पैरवी के कारण सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। शर्मा का कहना है की बोर्ड परीक्षा के बाद अगर विभाग में पदोन्नतियों का ढांचा नहीं सुधरा तों शिक्षक जयपुर में एक बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे। राजस्थान में सभी विभागों में पदोन्नतियां प्रतिवर्ष हो रही है तथा एक वर्ष में दो पदोन्नति करने के भी आदेश हो चुके हैं ऐसे में शिक्षा विभाग ही ऐसा विभाग है जो 5 वर्षों से पदोन्नतियां लंबित चल रही है और शिक्षक पदोन् नति की बांट जोह रहे हैं, ऐसे में उसी पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं ऐसे में शिक्षकों में भारी कुंठा तथा आक्रोश है। विशेष शिक्षा में व्याख्याता के नियम बनने के बाद भी दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए व्याख्याता विशेष शिक्षा पद नहीं दिए जा रहें हैं।