बीकानेर न्यूज़ डेस्क – इसे बिजली निगम की बड़ी लापरवाही कहा जाए या तकनीकी खराबी? राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक बिजली उपभोक्ता को 29 करोड़ रुपए से ज्यादा का मासिक बिजली बिल भेजा गया है. बिजली उपभोक्ता ने जब बिजली बिल की राशि देखी तो उसके होश उड़ गए. इस चौंकाने वाले मामले में जिसने भी करोड़ों रुपए का यह बिजली बिल देखा या जिसे इसकी जानकारी मिली, वह भी सोचने पर मजबूर हो गया कि आखिर ऐसा कैसे हुआ. क्या उपभोक्ता ने अपने घर में इतनी बिजली खपत की होगी?
बिजली बिल की राशि देखकर चौंक गए
दरअसल, बीकानेर के नोखा शहर के पीपली चौक इलाके में रहने वाले व्यापारी नवीन भट्टड़ का कहना है कि उन्होंने 14 फरवरी को बिजली बिल जनरेट करवाया. जब उन्होंने बिजली बिल की राशि देखी तो उनके होश उड़ गए. क्योंकि बिजली बिल की राशि 29.12 करोड़ रुपए थी, जिसे चुका पाना नामुमकिन था. पेशे से नोखा में दाल मिल चलाने वाले व्यापारी नवीन का यह बिल कनेक्शन उनके दादा मोहनलाल रामलाल के नाम से है।
डिस्कॉम अधिकारियों से अभी बात नहीं हुई है
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार व्यापारी नवीन के घर में 6 किलोवाट का सोलर प्लांट भी लगा हुआ है। औसत मासिक बिल 1000 रुपए आता है। नवीन ने इस पूरे मामले में डिस्कॉम अधिकारियों से बात की। मामला उजागर होने पर अब डिस्कॉम ने इसे दुरुस्त कर उपभोक्ता को 2,847 रुपए का बिल जारी कर दिया है।एक्सईएन विजय सिंह ने बताया कि रीडिंग सबमिट करते समय कुछ दिक्कत आई होगी, जिसके कारण यह राशि प्रिंट हो गई। हालांकि अब इस उपभोक्ता की समस्या का जल्द ही समाधान कर दिया गया। नई राशि का बिल भी अपडेट कर दिया गया है। उपभोक्ता को 2,847 रुपए का बिल दिया गया है।
बड़ा सवाल, इतनी बड़ी राशि का बिल आया तो इसकी जांच होनी चाहिए थी
इस बिल को लेकर लोग विद्युत वितरण निगम की कार्यशैली पर बड़ा सवाल उठा रहे हैं। सवाल यह है कि जब उपभोक्ता का कई करोड़ रुपए का बिल बना था तो उसे जारी करने से पहले बिजली कर्मचारियों को इतनी बड़ी राशि देखकर अपने विवेक से जांच करनी चाहिए थी। जिस उपभोक्ता को औसतन 1000 रुपए का बिल मिल रहा हो, वह एक महीने में इतनी बड़ी मात्रा में बिजली कैसे खर्च कर पाएगा? लापरवाही और तकनीकी खराबी के कारण पूरा मामला सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है। चर्चा में है।