श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क – सिंचाई पानी की मांग को लेकर इंदिरा गांधी नहर परियोजना के प्रथम चरण के किसानों द्वारा की जा रही नाकेबंदी के कारण रोडवेज सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। अनूपगढ़ डिपो से 23 हजार किलोमीटर की रोजाना बस सेवा घटकर 19 हजार किलोमीटर रह गई है।
अनूपगढ़-बीकानेर, अनूपगढ़-जयपुर, अनूपगढ़-पाली और अनूपगढ़-कोटा रूट पर बस सेवा पूरी तरह ठप है। हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर से आने वाली बसें भी अनूपगढ़ तक ही सीमित हैं। डिपो मैनेजर राजीव कुमार के अनुसार इसके कारण राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम को प्रतिदिन करीब 3 लाख रुपए का राजस्व घाटा हो रहा है।यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जयपुर और कोटा जाने के लिए उन्हें पहले हनुमानगढ़ या श्रीगंगानगर जाना पड़ रहा है। बीकानेर और पाली जाने के लिए लोगों को महंगे निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है, जो ग्रामीण रूटों से होकर यात्रा कर रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चल रहे इस आंदोलन में रविवार को भी वार्ता विफल रही। किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है। हालांकि अभी तक कोई हिंसक घटना नहीं हुई है, लेकिन बस सेवा कब तक बहाल होगी, इसकी कोई समय सीमा नहीं है। डिपो प्रशासन ने कहा है कि चक्का जाम खत्म होते ही बस सेवाएं तुरंत बहाल कर दी जाएंगी।