उदयपुर न्यूज़ डेस्क – महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं को इस बार हवाई यात्रा के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। एयरलाइंस कंपनियों ने मनमाने तरीके से किराए में बढ़ोतरी कर दी है, जिससे उदयपुर, जयपुर, दिल्ली और मुंबई से प्रयागराज जाने वाले यात्रियों को आम दिनों की तुलना में 100 से 120 फीसदी ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है।
जयपुर, दिल्ली और मुंबई के रास्ते दोगुना हुआ किराया
उदयपुर से प्रयागराज के लिए कोई सीधी फ्लाइट नहीं है, इसलिए यात्री जयपुर, दिल्ली या मुंबई के रास्ते प्रयागराज जाते हैं। जयपुर के रास्ते यात्रा करने का किराया आम दिनों में 18 से 22 हजार रुपए हुआ करता था, जो अब 33 से 48 हजार रुपए तक पहुंच गया है। इसी तरह दिल्ली या मुंबई के रास्ते प्रयागराज जाने का किराया भी दोगुने से ज्यादा बढ़कर 56 हजार से 1.10 लाख रुपए हो गया है।
जयपुर, दिल्ली और मुंबई का किराया 26 फरवरी तक बढ़ा
उदयपुर से जयपुर की फ्लाइट का किराया 26 फरवरी तक 13 हजार से बढ़कर 18 हजार रुपए हो गया है, जबकि आम दिनों में यह 5 से 8 हजार रुपए के बीच हुआ करता था। इसी तरह उदयपुर-दिल्ली फ्लाइट का किराया 9 हजार से बढ़कर 15 हजार रुपए हो गया है। मुंबई के लिए भी यह 12 हजार से 17 हजार रुपए पर पहुंच गया है।
फ्लाइट किराए की तुलना
महाकुंभ के चलते मांग बढ़ी, एयरलाइंस ने बढ़ाया किराया एविएशन एक्सपर्ट अशोक जोशी के मुताबिक पिछले डेढ़ महीने से हवाई किराए में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। महाकुंभ के चलते प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है, जिसके चलते एयरलाइंस कंपनियों ने किराया दोगुना कर दिया है। पर्यटन सीजन में आमतौर पर किराए में 70 से 80 फीसदी तक बढ़ोतरी होती है, लेकिन इस बार महाकुंभ के चलते किराया अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गया है। एक्सपर्ट का मानना है कि मार्च के पहले हफ्ते से किराए में गिरावट आने की उम्मीद है।
नीति की जरूरत, यात्रियों की जेब पर भारी बोझ
यात्रियों को इस अतिरिक्त खर्च से राहत देने के लिए सरकार को एयरलाइंस कंपनियों पर नियंत्रण स्थापित करने की जरूरत है। महाकुंभ या पर्यटन सीजन के दौरान किराए पर नियंत्रण की नीति लागू की जानी चाहिए, ताकि यात्रियों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ न पड़े।