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Rajasthan News: Jhunjhunu 19 साल बाद दुर्लभ भौम पुष्य योग में मनाई गयी मकर संक्रांति

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झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, भगवान सूर्य की उपासना, स्नान, दान व पुण्य का महापर्व मकर संक्रांति इस वर्ष तीन साल बाद पुन: 14 जनवरी को मनाया जाएगा। 19 साल बाद दुर्लभ भौम पुष्य योग का संयोग बन रहा है। यह योग सुबह 10:16 से अगले दिन 11:09 तक रहेगा। साथ ही, विष्कुंभयोग भी रहेगा।बालव करण के साथ सुस्थिर योग का विशेष संयोग बनेगा।पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ और शक्तिशाली माना जाता है। इस दिन किए गए पुण्य कार्यों का प्रभाव सकारात्मक और दीर्घकालीन रहेगा। ऐसे में लोग पवित्र नदियों में गोते लगाएंगे। तिल-गुड़ कंबल आदि का दान-पुण्य करेंगे। सूर्य के उत्तरायण होते ही खरमास समाप्त होगा और मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी। ग्रहों के युति का संयोग मानव जीवन और प्रकृति पर गहरे प्रभाव डालेंगे। वहीं दिन भर युवा पतंगबाजी करेंगे। घरों में पकवान बनाए जाएंगे। सोमवार को दुकानों पर खरीदारों की भीड़ रही।

पक्षी घायल दिखे तो यहां करें फोन

मकर संक्रांति के पावन पर्व पर प्राणी मित्र सेवा समिति की ओर से चाइनीज मांझे से घायल पशु पक्षी का कैंप लगाकर निशुल्क उपचार किया जाएगा। घायल पशु पक्षियों की सूचना हेल्प लाईन नबर 9468675602 पर दी जा सकती है। डॉ अनिल खींचड़ ने बताया कि उनकी टीम निशुल्क सेवा देगी।

आर्थिक क्षेत्र: सूर्य के उत्तरायण होने से कृषि और व्यापार में लाभ होगा। खाद्य वस्तुओं के दाम स्थिर रहेंगे।

स्वास्थ्य: सर्दी से संबंधित रोगों में कमी आएगी और सूर्य की ऊर्जा सकारात्मक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करेगी।

उन्नति होगी: साल 2025 में मकर संक्रांति आम जन में खुशहाली और उन्नति देने वाली होगी। 14 तारीख का मूलांक 5 है, इसका स्वामी बुध माना गया है और मंगलवार को यह संक्राति आ रही है। यह संयोग आमजन को महंगाई से राहत दिलाने वाला साबित होने की संभावना है। कुमार योग एवं राजयोग में यह संकाति मनाई जाएगी। दिनभर दान पुण्य करना अत्यंत पुण्यदायी रहेगा। इस दिन संक्रांति लगने के समय खड़े होकर सूर्य देव को नमस्कार करना भी लाभकारी रहेगा। साथ ही. 14 वस्तुओं का दान विशेष फलदायी रहता है।

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