---Advertisement---

Rajasthan News: Sirohi मकर संक्रांति पर रंग-बिरंगी पतंगों ने आसमान में भरी उड़ान, गूंजा वो काटा

---Advertisement---

सिरोही न्यूज़ डेस्क , सिरोही  जिलेभर में मंगलवार को मकर संक्रांति का पर्व हर्षोल्लास से मनाया। इस पर्व को लेकर हर वर्ग के लोगों में उत्साह नजर आया। पतंगबाजी भी चरम पर रही, जिससे दिनभर आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से अटा नजर आया। युवक-युवतियों, महिला-पुरुषों व बच्चों ने दिनभर जमकर पेच लड़ाए। अधिकांश लोगों ने परिवार के साथ पतंगें उड़ाई। खासकर युवाओं ने पतंगबाजी का जमकर आनंद लिया। युवाओं की टोलियां सुबह ही छतों पर पतंगबाजी करती नजर आई। कई जगह युवा डीजे की धुन के साथ नाचते-गाते पतंगें उड़ाते नजर आए।मकर संक्रांति को लेकर बाजारों में भी दिनभर लोगों की भीड़ रही। खरीददारी के लिए पतंगों की दुकानों पर भी लोगों की खासी भीड़ देखने को मिली। छोटे बच्चों ने कार्टून वाली डोरेमोन, मोटू-पतलू, छोटा भीम, स्पाइडर मैन समेत कई प्रकार की पतंगें खरीदी। तिल से बनी खाद्य सामग्री व मिठाई की दुकानों पर भी दिनभर लोगों की भीड़ नजर आई।

छतों पर वो काटा का शोर गूंजता रहा

शहर में दिनभर छतों पर वो काटा…वो मारा… वो गया… का शोर गूंजता रहा। दूसरी ओर बच्चों की टोलियां गली-मोहल्लों में कटी पतंगें लूटने में ही आनन्द लेती रही। संगीत की धुनों के साथ उड़ रही पतंगें ऐसे लग रही थी, मानों संगीत के साथ आसमान में लय, ताल के साथ अटखेलियां कर रही हो। युवाओं के साथ बुजुर्गों ने भी पतंगबाजी का आनन्द लिया। दिनभर तेज सर्दी के बावजूद युवाओं का उत्साह चरम पर रहा।

खूब किया दान-पुण्य, गौवंश की सेवा

मकर संक्रांति पर्व पर दिनभर दान-पुण्य का दौर जारी रहा। किसी ने जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री वितरित की, तो किसी ने गर्म वस्त्र वितरित किए। लोगों ने गौशालाओं में जाकर गायों को हरा चारा, लापसी व अन्य खाद्य सामग्री खिलाकर सेवा की। कई लोगों ने पवित्र जलाशयों में पहुंचकर डुबकी लगाई। मंदिरों में भी लोगों की भीड़ रही। शहर सहित आसपास क्षेत्र में मकर संक्रांति पर्व हर्षोल्लास से मनाया। इस अवसर पर युवाओं ने जमकर पतंगबाजी की। कई लोगों ने परिवार के साथ पतंगबाजी की।छतों पर दिनभर वो काटा, वो मारा की आवाजें गूंजती रही। मानों समूचा शहर छतों पर जा चढ़ा हो। दिनभर डीजे और ढोल की धुनों के बीच पतंगबाजी की। युवक-युवतियों के बीच पेंच लड़ाने का क्रेज देखते ही बना। हर पतंग के कटने पर सिर्फ एक ही आवाज गूंजी वो काटा। शहर में तो सूर्योदय से पहले ही पतंगबाजी का दौर शुरू हो गया था।

पतंगबाजी का सर्वाधिक रंग दोपहर में जमा। जब चहुंओर आसमान सतरंगी नजर आया। कई जगहों पर तो युवा डीजे की धुन पर थिरक रहे थे। शादी-ब्याह का कार्यक्रम भी पतंगबाजी के शौकीनों को रोक नहीं सका। खूब सेल्फियां ली और उसे सोशल मीडिया पर दोस्तों को शेयर की। मकर संक्रांति पर लोगों ने खूब दान-पुण्य किया। गायों को हरा चारा-गुड़ खिलाया व जररूतमंदों को कपड़े बांटे और धार्मिक स्थलों पर डुबकी लगाई। बड़ी संया में लोग गौशाला पहुंचे और वहां सहायता राशि प्रदान की व गायों को चारा डालकर पुण्य कमाया। सुहागिनों ने भी बुजुर्ग महिलाओं को सुहाग की वस्तुओं का दान किया और परिवार में सुख शांति की कामना की। लोगों ने तिल की वस्तुओं की खरीदारी की और इनका भी दान किया। कई लोग आसपास के धार्मिक स्थानों पर गए और संक्रांति पर पवित्र सरोवरों में स्नान कर पुण्य लाभ लिया।

---Advertisement---

लेखक के बारें में....

Rajasthan E Khabar Webdesk

Leave a Comment

loader