नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी दंगल में उतरे राजनीतिक दल में भी आरोप-प्रत्यारोप की तीव्रता बढ़ रही है। देश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने दिल्ली में पिछले 10 साल से सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि उन्होंने समझौते की बातचीत चलने के बावजूद एकतरफा तरीके से गठबंधन तोड़ने की घोषणा कर दी। कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने पार्टी के नए मुख्यालय में दावा किया कि हम राजधानी में पूरी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। क्योंकि कांग्रेस के कमजोर होने से केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा मजबूत होती है।
यह बात ‘आप’ को समझनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हरियाणा एवं दिल्ली में ‘आप’ से गठबंधन करना चाहती थी। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव के बाद जेल से बाहर आते ही एकतरफा तरीके से गठजोड़ तोड़ने की घोषणा कर दी, जबकि दोनों ही दलों ने लोकसभा चुनाव दिल्ली में साथ लड़ा था। माकन ने कहा कि अब कांग्रेस के पास राजधानी में मजबूती से चुनाव लड़ने के अलावा क्या विकल्प है। माकन ने दावा किया कि करीब दो दर्जन से ज्यादा पार्टी उम्मीदवार पूरी मजबूती से चुनावी मैदान में हैं और विधानसभा चुनाव परिणाम बताएंगे कि कांग्रेस की दिल्ली में प्रभावशाली मौजूदगी है।