कोटा न्यूज़ डेस्क, 26 जनवरी को हुए फायरिंग कांड के मुख्य आरोपी ने पुलिस घेराबंदी के दौरान खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस लंबे समय से इस मामले के आरोपियों की तलाश कर रही थी और रविवार को आरोपी की लोकेशन ट्रेस करने के बाद कार्रवाई की गई।
जानिए 26 जनवरी की रात क्या-क्या हुआ
26 जनवरी की रात कोटा के महावीर नगर इलाके में एक दुकानदार के साथ विवाद के बाद गोलीबारी की घटना हुई थी। दुकानदार रणजीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि रात करीब 10:30 बजे स्विफ्ट कार में आए पांच लोगों ने उनकी दुकान से सिगरेट मांगी। जब उन्होंने सिगरेट देने से मना किया तो आरोपियों ने मारपीट शुरू कर दी और फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में रणजीत सिंह के भाई पवन सिंह हाड़ा घायल हो गए थे, जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। घटना के बाद पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की और जल्द ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जबकि मुख्य आरोपी रुद्र उर्फ आरडीएक्स सहित तीन अन्य फरार थे।
पुलिस की घेराबंदी और आत्महत्या
रविवार को पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर रुद्र की लोकेशन नीलकंठ अपार्टमेंट के पास स्थित एक कॉलोनी में ट्रेस की। इसके बाद पुलिस ने तुरंत टीम बनाकर वहां घेराबंदी की और आरोपी के फ्लैट तक पहुंची। लेकिन आरोपी ने गेट नहीं खोला और खुद को चारों तरफ से घिरा देख, अवैध पिस्टल से खुद को गोली मार ली। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और आगे की जांच शुरू कर दी। पुलिस अब फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। कोटा के डीएसपी लोकेंद्र पालीवाल ने बताया कि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।