अलवर न्यूज़ डेस्क – राजस्थान के अलवर शहर में आरती बालिका गृह में इलाज के अभाव में 12 वर्षीय प्रियंका की मौत के बाद राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। जिला कलेक्टर अर्तिका शुक्ला ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है, जिसकी अध्यक्षता सहायक कलेक्टर (एसीएम) करेंगे। इसके साथ ही बाल अधिकारिता विभाग ने किशोर न्याय बोर्ड के तहत गठित बाल कल्याण समिति अलवर के अध्यक्ष राजेश शर्मा और सदस्य भूपेंद्र सैनी व सुरज्ञान सिंह जाट को उनके पदों से हटा दिया है। इनकी नियुक्ति वर्ष 2023 में तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए की गई थी।
विभागीय आदेशों की अनदेखी, नियुक्ति तत्काल समाप्त
बाल कल्याण समिति के इन पदाधिकारियों पर अधिनियम की धारा 27 के तहत प्रदत्त शक्तियों का दुरुपयोग करने तथा आदर्श नियम, 2016 के नियम 93 और विभागीय आदेशों की अनदेखी करने का आरोप है। साथ ही पारिवारिक न्यायालय के क्षेत्राधिकार में आने वाले मामलों में अनुचित हस्तक्षेप करने पर इनकी नियुक्ति तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।
सहायक कलेक्टर सुनीता यादव को जांच समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया
इस मामले में जिला कलेक्टर आरती शुक्ला ने आरती बालिका गृह में बालिका की मौत की विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। इस समिति का अध्यक्ष सहायक कलेक्टर सुनीता यादव को बनाया गया है, जबकि जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. कपिल भारद्वाज और कलेक्ट्रेट के सहायक लेखाकार रजनीश अरोड़ा को सदस्य बनाया गया है। जांच समिति जल्द ही अपनी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर जिला मजिस्ट्रेट को सौंपेगी।