अजमेर न्यूज़ डेस्क – ब्यावर जिले के बिजयनगर में लव जिहाद का बड़ा मामला सामने आया है, जहां एक समुदाय विशेष के कुछ युवकों ने पांच स्कूली छात्राओं को अपने प्रेम जाल में फंसाकर उनका यौन शोषण किया और उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव भी बनाया। पुलिस ने मामले में तीन एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जिले के बिजयनगर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक समुदाय विशेष के युवकों ने एक निजी स्कूल की नाबालिग छात्राओं को प्रेम जाल में फंसाकर उनका शारीरिक शोषण किया और उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। परिजनों की रिपोर्ट पर बिजयनगर थाना पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और रिपोर्ट के आधार पर एक समुदाय विशेष के कुछ युवकों को हिरासत में भी लिया है।जानकारी के अनुसार एक समुदाय विशेष के कुछ युवकों ने मोबाइल फोन के जरिए सोशल मीडिया पर नाबालिग लड़कियों से दोस्ती की और फिर उनके जरिए दूसरी लड़कियों से दोस्ती की। इसके बाद उनका शारीरिक शोषण किया और उन्हें ब्लैकमेल किया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद आक्रोशित हिंदू संगठन के लोग बिजयनगर थाने पहुंचे और मामले की तह तक जाकर सख्त कार्रवाई की मांग की। मसूदा डिप्टी एवं जांच अधिकारी सज्जन सिंह ने बताया कि एक समुदाय विशेष के युवकों ने सोशल मीडिया पर एक निजी स्कूल की छात्राओं से दोस्ती कर उन्हें ब्लैकमेल कर उनका शारीरिक शोषण किया और उनके जरिए अन्य लड़कियों से दोस्ती की। मामले में अब तक पांच पीड़िताएं सामने आई हैं, जो एक निजी स्कूल की छात्राएं हैं। डिप्टी सज्जन सिंह ने बताया कि आरोपी युवक पिछले साढ़े 3 महीने से इन छात्राओं से बातचीत कर रहे थे, जिसके बाद परिजनों ने बिजयनगर थाने में तीन एफआईआर दर्ज करवाई हैं, जिसमें पांच पीड़िताएं शामिल हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए 7 युवकों को राउंडअप किया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है। परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने पोक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कल पीड़िताओं के बयान कोर्ट में दर्ज करवाए जाएंगे, पूछताछ में पीड़ित छात्राओं ने 10 युवकों के नाम बताए हैं, जिनमें कुछ नाबालिग हैं। ये युवक कार पेंटर, डेटिंग-पेंटिंग सहित अन्य काम करते हैं। सोशल मीडिया के जरिए इन छात्राओं से दोस्ती की और उसके बाद छात्राओं को कीपैड मोबाइल फोन देकर उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाकर उनका शोषण किया। साथ ही उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव भी बनाया गया। वहीं, पीड़ित छात्राओं में से एक दलित भी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं।
अजमेर कांड सुर्खियों में
इस पूरे मामले के बाद एक बार फिर अजमेर में 1992 में हुआ ब्लैकमेल कांड सुर्खियों में आने लगा है। गौरतलब है कि इस कांड में भी एक समुदाय विशेष के कुछ युवकों ने कुछ स्कूली छात्राओं को निशाना बनाया था और उन्हें ब्लैकमेल करके उनके जरिए दूसरी लड़कियों को फंसाया था और उनका शोषण किया था।स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाली 100 से ज्यादा छात्राएं इस कांड का शिकार हुई थीं, जिनमें से कुछ ने आत्महत्या भी कर ली थी। देशभर में चर्चित रहे इस कांड के 6 आरोपियों को कांड के 32 साल बाद पिछले साल ही अजमेर की पोक्सो कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।