अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर जिला परिषद की साधारण सभा शुक्रवार को हंगामे की भेंट चढ़ गई। पार्षदों को जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर का रवैया रास नहीं आया। उनके बार-बार टोकने से जिला पार्षद नाराज दिखे। यही नहीं बैठक के दौरान छिल्लर ने पत्रकारों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया और उन्हें बैठक से बाहर जाने तक के लिए कह दिया, जबकि जिला परिषद की साधारण सभा में मीडिया को आमंत्रित किया गया था। बैठक की शुरुआत ही हंगामेदार रही। अधिकारियों द्वारा जन प्रतिनिधि का फोन नहीं उठाने और विकास कार्य नहीं होने से नाराज पार्षदों ने जिला प्रमुख को घेरा। बैठक में जिला कलक्टर और एसपी नहीं आए तो जिला प्रमुख ने उन्हें नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस दौरान शाहजहांपुरा से आए संदीप फौलादपुरिया से भी छिल्लर की नोंकझोंक हुई। इस पर फौलादपुरिया ने कहा कि जिला प्रमुख से मेरी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। यह सुन छिल्लर बोले कि व्यक्तिगत भी करके देख ले। छिल्लर ने महिला पार्षद के स्थान पर उनके प्रतिनिधि के तौर पर आने वाले व्यक्ति के विरुद्ध भी नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम प्रथम मुकेश कायथवाल, जिला परिषद के सीईओ आर.एस चौहान सहित प्रधान व जिला परिषद, विकास अधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
फिर नमस्ते करके आ जाता है : मुंडावर विधायक ललित यादव ने बिजली निगम के स्टोरकीपर शेरसिंह की पैसे लेने की शिकायत की तो अन्य जिला पार्षद भी खड़े हो गए। इस पर छिल्लर ने खैरथल-तिजारा जिले के बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता को शेरसिंह को हटाने के लिए कहा। कुछ देर बाद छिल्लर बोले कि मैं तीन बार हटाने के लिए पहले ही बोल चुका हूं। लेकिन नेताओं को नमस्ते करके वह वापस आ जाता है। नेता तो नमस्ते का भूखा होता है।
सरिस्का में हो फ्री एंट्री : उप जिला प्रमुख ललिता मीणा ने कहा कि हम सरिस्का में जाते हैं तो एंट्री नहीं मिलती। इस पर छिल्लर ने पार्षदों को एंट्री देने के लिए डीएफओ राजेंद्र हुड्डा को निर्देश दिए। मीणा ने अधिकारियों के फोन नहीं उठाने का मुद्दा भी उठाया। कोटकासिम प्रधान विनोद कुमारी सांगवान ने कहा कि पैसा जमा कराने के बाद बिजली निगम लाइन नहीं डाल रहा है।