जयपुर। जलेब चौक जयपुर के आसपास रेहड़ी-पटरी वाले वेंडर्स पर प्रशासन की कार्रवाई पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार से मांग की है कि इनके लिए पथ विक्रेता अधिनियम को प्रभावी तरीके से लागू कर सरकार इन्हें राहत दे। गहलोत ने कहा कि 2014 में यूपीए सरकार के दौरान रेहड़ी-पटरी वालों को वेंडिंग जोन एवं एक पक्की जगह देने के उद्देश्य से पथ विक्रेता अधिनियम बनाया गया था, लेकिन केन्द्र में एनडीए सरकार आने के बाद इस अधिनियम को सही तरीके से लागू नहीं किया गया। मेरे पास जयपुर के रेहड़ी-पटरी विक्रेता यूनियन के प्रतिनिधि आए, जिन्होंने बताया कि यहां जलेब चौक एवं आसपास के इलाकों में वर्षों से अपनी जीविकोपार्जन कर रहे विक्रेताओं को बलपूर्वक हटाया जा रहा है।
इन विक्रेताओं के पास वैध कागजात भी हैं, लेकिन इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। मैं राज्य सरकार से आग्रह करता हूं कि इस विषय पर प्रमुखता से संज्ञान लेकर इन लोगों के साथ हो रही अन्यायपूर्वक कार्रवाई को रोकें एवं पथ विक्रेता अधिनियम के अनुरूप इन्हें वैध तरीके से स्थापित करें।