जयपुर न्यूज़ डेस्क – अब आप पैसे देकर देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न खरीद सकते हैं। चौंक गए न? लेकिन ये सच है। अब देश में ठगी का एक नया तरीका सामने आया है। हालांकि, देशभर में ठगी के नए-नए तरीके हर दिन सामने आ रहे हैं। अभी तक भारत रत्न, पद्म श्री, पद्म विभूषण, पद्म भूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार सिर्फ भारत सरकार की ओर से दिए जाते थे, लेकिन अब जालसाजों ने इसके लिए भी फर्जी वेबसाइट बना दी है। इस वेबसाइट के जरिए लोग इन राष्ट्रीय सम्मानों को खरीद सकते हैं, वो भी बिना किसी प्रक्रिया के। हालांकि, सरकार ने इस फर्जीवाड़े को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है, लेकिन ये वेबसाइट अभी भी सक्रिय है। खास बात ये है कि इस वेबसाइट पर 79 लोगों की लिस्ट भी डाली गई है, जिन्हें ये सम्मान मिलेंगे। इसके साथ ही 6 राष्ट्रीय पुरस्कारों की लिस्ट भी डाली गई है, जिसमें भारत रत्न, पद्म श्री, पद्म भूषण, भारत गौरव रत्न श्री, पद्म विभूषण और पद्म श्री के नाम दिए गए हैं। यह भी बताया गया है कि पुरस्कार समारोह 22 मार्च को दिल्ली में होगा।
सरकार ने कहा- हमें इसकी जानकारी नहीं
सरकार ने इस वेबसाइट के बारे में लोगों को सचेत किया है, लेकिन यह वेबसाइट अभी भी चल रही है, यानी इसे ब्लॉक नहीं किया गया है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस वेबसाइट के सबसे ऊपर लिखा है कि हम भारत सरकार से स्वीकृत हैं। यानी इसे भारत सरकार ने प्रमाणित किया है। यह ठगी का नया तरीका है।
पीआईबी ने दी जानकारी
भारत सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने एक फर्जी वेबसाइट ‘ के खिलाफ चेतावनी जारी की है। यह वेबसाइट खुद को सरकार से मान्यता प्राप्त संगठन बताकर भारत रत्न, पद्म श्री, पद्म भूषण, भारत गौरव रत्न श्री, पद्म विभूषण जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाने का दावा कर रही थी।
पुरस्कार के लिए मांग रही थी फीस
पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने कहा है कि इसका भारत सरकार से कोई संबंध नहीं है। यह वेबसाइट न सिर्फ सरकारी संगठन होने का झूठा दावा कर रही थी, बल्कि नामांकन के लिए फीस भी मांग रही थी, जो पूरी तरह से अवैध है। पीआईबी ने लोगों से इस तरह की धोखाधड़ी से सावधान रहने की अपील की और स्पष्ट किया कि भारत सरकार इन पुरस्कारों के लिए कोई शुल्क नहीं लेती है। ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आप फर्जी वेबसाइट और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।