जोधपुर न्यूज़ डेस्क,जोधपुर के अनीता ब्यूटीशियन हत्याकांड में अब CBI जांच करेगी। पिछले साल 30 अक्टूबर 2024 को हुई इस हत्याकांड की गूंज पूरे राजस्थान सुनाई दी थी।मामले में पुलिस ने 30 जनवरी 2025 को कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी। इसमें सिर्फ गुलामुद्दीन और उसकी पत्नी आबिदा को ही आरोपी माना था। सोमवार को सीबीआई की एफआईआर में तैयब अंसारी और अनीता की सहेली सुनीता को भी आरोपी बनाया गया है।अंसारी प्रोपर्टी डीलर है और परिवार आरोप है कि उसके राजनीतिक रसूख के कारण कार्रवाई नहीं की जा रही। संभवतया एक-दो दिन में सीबीआई की टीम जांच के लिए जोधपुर पहुंच सकती है।
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21 दिन तक नहीं हुआ था अंतिम संस्कार
अनीता मर्डर केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर परिजनों ने कई दिनों तक शव नहीं उठाया था। आखिरकार, 21 दिन बाद जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में 19 नवंबर को सहमति बनी थी। इसमें सीबीआई जांच की अनुशंषा की शर्त भी शामिल थी।28 नवंबर 2024 को राज्य सरकार ने इस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंषा भेजी थी। सीबीआई के एफआईआर दर्ज नहीं करने पर परिवादी चौधरी ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। इस पर कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था।
कोर्ट की अगली सुनवाई से पहले FIR दर्ज
इसके बाद सरकार ने सुनवाई के दौरान जवाब पेश करने के लिए कुछ दिन की मोहलत मांगी थी, तो कोर्ट ने केस की अगली सुनवाई 27 फरवरी को तय कर दी थी।इसी क्रम में गृह मंत्रालय की ओर से 21 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी हुआ और 3 फरवरी को सीबीआई ने यह एफआईआर दर्ज की। अब इसकी जांच उप अधीक्षक प्रणब दास को सौंपी गई है।
अनसुलझे सवालों पर पुलिस की चुप्पी, सिर्फ लूट के लिए हत्या माना
शहर के बहुचर्चित हत्याकांड में पुलिस शुरुआत से ही गफलत में ही नजर आई। पुलिस पर मनमर्जी करने के भी आरोप लगे। जांच को लेकर बने दबाव के बाद पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट पेश कर सिर्फ गुलामुद्दीन और उसकी पत्नी को ही आरोपी माना।इनके अलावा तैयब अंसारी को लेकर पुलिस की चुप्पी के चलते कई तरह के सवाल खड़े होते रहे हैं, जो अब भी बने हुए हैं। ऐसे में अब सीबीआई की जांच में इन सवालों से जुड़े जवाब सामने आने की उम्मीद परिजनों को है।