चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क , चित्तौड़गढ़ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोमवार को चित्तौड़गढ़ आए। उन्होंने राशमी उपखंड के मातृकुंडिया में मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री दोपहर करीब 2 बजे मातृकुंडिया हेलीपेड पहुंचे। वहां से लगभग 42 मिनट देव दर्शन करने के बाद जाट महासभा के श्री पशुपतिनाथ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा प्रोग्राम में भाग लिया। इसके बाद उन्होंने अखिल मेवाड़ क्षेत्रीय जाट समाज महासभा को संबोधित किया। वे मंच पर 50 मिनट रुके। इस दौरान काफी संख्या में भीड़ देखी गई। इस दौरान उन्होंने मातृकुंडिया को धार्मिक पर्यटक सर्किट से जोड़कर इसके विकास के बारे में काम करने की कोशिश करने की बात कही है।
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चांदी का मुकुट और हल देकर स्वागत
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तेजाजी मंदिर, महादेव मंदिर और पशुपतिनाथ महादेव मंदिर के दर्शन किए। देव दर्शन के बाद उन्होंने श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री 2:40 बजे स्टेज पर पहुंचे। स्टेज पर पहुंचते ही जाट समाज और पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को चांदी का मुकुट और हल देकर उनका स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने जाट महासभा को संबोधित किया। इस दौरान काफी संख्या में भीड़ रही। जिले की प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस द्वारा व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखी गई। मुख्यमंत्री मातृकुंडिया में लगभग डेढ़ घंटा लेट पहुंचे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर स्टेज से और दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर मातृकुंडिया से रवाना हुए। वे मंच पर 50 मिनट और मातृकुंडिया में एक घंटा 48 मिनट तक रुके। इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर और मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा भारतीय संस्कृति और सभ्यता के अनादिकाल से हिस्सा रही है। मंदिर राजस्थान के प्रतीक होने और साथ ही सामाजिक, सांस्कृतिक चेतनाओं के प्रमुख केंद्र भी है। यहां से हमारे सांस्कृतिक चेतना और संस्कृति का उदय होता है। मंदिरों ने हमारी परंपरा, संस्कृति, हमारे मूल्यों के संरक्षण का काम किया है। मंदिर भारतीय संस्कृति की आत्मा है। मंदिरों और देवालयों के माध्यम से हमारी विरासत को मजबूत करने का काम हम करते हैं।
कपासन विधायक ने रखी अपनी मांग
कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि मेरे विधानसभा में एक ही साल में किसी सरकार ने इतनी घोषणा की है। मातृकुंडिया का पानी भीलवाड़ा जिले में जाता है इसका हमें अफसोस नहीं है लेकिन इसका पानी चित्तौड़गढ़ को फिर मिले तो यह किसानों को सबसे बड़ा तोहफा होगा। विधायक ने कहा कि यहां का बांध भरने के बाद इसके पानी की निकासी के बाद गंगापुर का रास्ता अवरुद्ध हो जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से एक हाई लेवल ब्रिज की मांग की है। साथ ही मातृकुंडिया को टूरिज्म सर्किट से जोड़कर यहां धर्मशाला, शौचालय बनाने, सड़कों का जीर्णोद्धार करवाने और एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने की भी मांग की है। इसपर मुख्यमंत्री शर्मा ने इस स्थान को धार्मिक पर्यटन सर्किट से जोड़कर विकास काम करवाने की कोशिश करने की बात कही है।
यह रहे मौजूद
इस दौरान स्टेज पर जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, सहकारिता मंत्री गौतम दक, बीजेपी प्रदेश मंत्री पिंकेश पोरवाल, बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, बेगूं विधायक सुरेश धाकड़, निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी, कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर, बीजेपी जिलाध्यक्ष मिट्ठूलाल जाट, जिला कलेक्टर आलोक रंजन, एसपी सुधीर जोशी सहित सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।