चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क , चित्तौड़गढ़ लाइम स्टोन, क्वार्ट्ज फेल्सपार, सोप स्टोन, रेड ऑकर जैसे खनिज के क्षेत्र में समृद्ध कहलाने वाला चित्तौड़गढ़ जिला आने वाले समय में प्रदेश के प्रमुख मेटल कॉपर उत्पादक ब्लॉक के लिए भी पहचाना जाएगा। जिले के भूपालसागर उपखंड में स्थित बड़ी और आकोला के समीप गुर्जरों की भागल ब्लॉक में कॉपर, जिंक और सिल्वर के भंडार मिले हैं। आने वाले वर्षों में इन मेटल ब्लॉक में खनन शुरू होने पर क्षेत्र के समृद्ध होने की उम्मीद है।वारी यानि बड़ी ब्लॉक की नीलामी के लिए हाल ही में दूसरी बार ऑनलाइन निविदाएं मांगी गई थीं। प्रदेश के खान एवं भू विज्ञान विभाग की ओर से बड़ी ब्लॉक सहित प्रदेश के 15 प्रधान खनिज ब्लॉक की नीलामी के लिए दिसंबर 2024 में निविदाएं मांगी गई थी। बड़ी ब्लॉक में कॉपर खनिज की नीलामी के लिए बोली 9 जनवरी को लगाई जानी थी। हालांकि निविदाएं नहीं आने से विभाग इस वर्ष फिर से ऑनलाइन निविदा प्रक्रिया शुरू करेगा। भारतीय भू-विज्ञान सर्वेक्षण की ओर से पांच-छह साल पहले किए गए सर्वे में जिले के भूपालसागर उपखंड में बड़ी और भागल ब्लॉक में कॉपर, लेड, जिंक, सिल्वर, केडमियम के भंडार का पता चला। बड़ी-झाझड़ों का खेड़ा के पास स्थित इस जगह पर आने वाले समय में कॉपर, जिंक जैसी कीमती धातुओं के निकलने की संभावना है। भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण की ओर किए गए सर्वे के बाद यहां मेटल की संभावना के चलते आने वाले वर्षों में खनन के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया की जाएगी।
दूसरी ओर, राशमी ब्लॉक के रेवाड़ा ब्लॉक में भी कॉपर और अन्य खनिजों के भंडार मिले थे, लेकिन इस क्षेत्र के पास प्राकृतिक जलस्त्रोत और नहर होने के कारण खनन के लिए प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। गौरतलब है कि चित्तौड़गढ़ जिले में लाइम स्टोन, क्वार्ट्ज फेल्सपार, सोप स्टोन, रेड ऑकर, चुनाई पत्थर आदि खनिजों की बहुतायत है।चित्तौड़गढ़ जिले के भूपालसागर उपखंड में स्थित वारी (बड़ी) और आकोला के समीप गुर्जरों की भागल ब्लॉक में कॉपर, जिंक और कुछ मात्रा में सिल्वर मिलने की संभावनाएं हैं। बड़ी के लिए ऑनलाइन निविदाएं नवंबर में मांगी गई थी।
निविदाएं नहीं मिलने से इस साल फिर से प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आगामी वर्षों में इन मेटल ब्लॉक में खनन शुरू हो सकेगा। – रवि मीणा, वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक, चित्तौड़गढ़ भागल ब्लॉक : 9.23 मिलियन टन कॉपर की संभावना इस ब्लॉक में 9.23 मिलियन टन कॉपर की उपलब्धता मिली है। यह ब्लॉक भूपालसागर उपखंड में आकोला क्षेत्र के गुर्जरों की भागल के पास स्थित है। बड़ी ब्लॉक : 2.56 मिलियन टन कॉपर की संभावना वारी (बड़ी) ब्लॉक में 2.56 मिलियन टन कॉपर की उपलब्धता मिली है। भूपालसागर उपखंड मुख्यालय में आने वाला यह क्षेत्र भूपालसागर कस्बे से छह किलोमीटर दूर है।