जयपुर। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से देशभर के स्वच्छ शहरों की रैकिंग निर्धारण के लिए चलाए जा रहे स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों को लेकर नगर निगम जयपुर ग्रेटर आयुक्त रूकमणि रियाड़ ने निर्देश के बाद जोन उपायुक्त और आईओसी फील्ड में उतरे तथा सफाई कार्य का निरीक्षण किया। रियाड़ ने स्वच्छ सर्वेक्षण में निगम ग्रेटर की रैकिंग में सुधार को लेकर सफाई कार्य से जुडे अधिकारियों के साथ ही जोन उपायुक्त और जोन ओआईसी को नियमित रूप से अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रभारी अधिकारियों को सफाई कर्मचारियों की नियमित हाजरी को लेकर भी हाजरीगाहों में उपस्थिति जांच करने के भी निर्देश दिए है।
कचरा संग्रहण का फीडबैक लिया: झोटवाड़ा जोन में उपायुक्त करणी सिंह ने वार्ड नं. 55, 59, 43, 50 व 56 की सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आमजन से भी डोर टू डोर कचरा संग्रहण का फीडबैक लिया। मुरलीपुरा जोन उपायुक्त अर्पणा शर्मा ने वार्ड नं. 8, 20 व 25 एवं मालवीय नगर जोन उपायुक्त प्रियव्रत सिंह चारण ने वार्ड नं.143 में सफाई कर्मचारियों की हाजिरी चैक करने के साथ ही मुख्य सड़कों और डिवाइडरों से कचरा उठवाया।
एक माह में वसूला : निगम ग्रेटर प्रशासन ने जनवरी माह में गंदगी फैलाने वाले 767 दोषियों से 4 लाख 41 हजार 250 रुपए का कैरिंग चार्ज वसूल किया। साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने वाले 286 दोषियों से 2 लाख 500 रुपए का जुर्माना वसूल किया गया। बिना ग्रीन नेट निर्माणधीन भवनों के 26 दोषियों से 48 हजार 650 रुपए, सीएनडी वेस्ट डालने वाले दोषियों से 1 लाख 68 हजार रुपए वसूले। जनवरी माह से अब तक 9 लाख 83 हजार 250 रुपए का कैंरिग चार्ज वसूल किया गया।
कमियां पाई जाने पर तत्काल सुधारने के निर्देश
निरीक्षण के दौरान सभी जोन उपायुक्तों एवं जोन ओआईसी ने सफाई कर्मचारियों की हाजरी, ओपन कचरा डिपो की स्थिति, दुकानों के बाहर हरे व नीले रंग के डस्टबिन की स्थिति, स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत चयनित सीटीयू पॉइंट्स की मॉनिटरिंग, स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत आने वाले सभी मापदंड़ों की मॉनिटरिंग, सीएनडी वेस्ट आदि का औचक निरीक्षण किया तथा कमियां पाई जाने पर तत्काल सुधारने के निर्देश दिए।