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Rajasthan News: CM के के वीटो पावर के साथ दुबारा Bhilwara के जिलाध्यक्ष बने प्रशांत मेवाड़ा, इन कारणों के चलते दोबारा हुई ताजपोशी

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भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क – आपसी खींचतान व गुटबाजी के चलते करीब डेढ़ माह से अटकी भीलवाड़ा में भाजपा जिला अध्यक्ष की घोषणा सोमवार को पूरी हो गई। प्रशांत मेवाड़ा को फिर से भाजपा जिला अध्यक्ष बनाया गया है। पर्यवेक्षक व सहकारिता मंत्री गौतम दक ने इसकी घोषणा की। मेवाड़ा के नाम पर मुहर लगते ही कार्यकर्ताओं ने उन्हें माला व दुपट्टे पहनाकर खुशी मनाई। मंत्री दक ने अपनी साफा उतारकर मेवाड़ा को पहनाई। मेवाड़ा 20 जुलाई 2023 से जिला अध्यक्ष हैं। 28 साल बाद यह दूसरा मौका है जब जिला अध्यक्ष रिपीट हुआ है। इससे पहले रामस्वरूप गुप्ता लगातार दो बार अध्यक्ष रहे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जब प्रदेश महामंत्री थे तो उन्होंने अपने कार्यकाल में मेवाड़ा को जिला अध्यक्ष बनाया था।

जिला अध्यक्ष की घोषणा के बाद मेवाड़ा दोपहर में चित्तौड़गढ़ में सांवलिया सेठ के दर्शन करने गए। वहां से सीएम का संदेश मिलने के बाद वे उनसे मिलने डबोक एयरपोर्ट पहुंचे। मेवाड़ा ने उदयपुर दौरे पर आए सीएम शर्मा का आभार जताया। विवाद से बचने के लिए पहले कालीन बिछाई गई। जिला अध्यक्ष को लेकर चल रहे विवाद से बचने के लिए मंत्री दक ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया। उन्हें संदेश दिया कि पार्टी से ऊपर कोई नहीं है। दक ने कहा कि सभी दावेदारों से बात हो चुकी है और सभी ने फैसला पार्टी पर छोड़ दिया है। भाजपा जिला संगठन सह प्रभारी गजपाल सिंह राठौड़ ने कहा कि यह मंच कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान को कभी गिरने नहीं देगा।

मंच पर ये रहे मौजूद
मंच पर जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, भीलवाड़ा विधायक अशोक कोठारी, मांडल विधायक उदयलाल भड़ाना, सहाड़ा विधायक लादूलाल पीतलिया, आसींद विधायक जब्बर सिंह सांखला, महापौर राकेश पाठक, पूर्व विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी, रामलाल गुर्जर, डॉ. बालूराम चौधरी, लक्ष्मीनारायण डाड, कल्पेश चौधरी, शक्ति सिंह हाड़ा, रामचंद्र सेन, राजकुमार आंचलिया, ललित अग्रवाल मौजूद थे। बैठक समाप्त होने के बाद शाहपुरा विधायक लालाराम बैरवा आए। जिला उपाध्यक्ष प्रहलाद त्रिपाठी ने संचालन किया।

बंद कमरे में दावेदारों से रायशुमारी
मेवाड़ा के नाम की घोषणा से पहले दक और राठौड़ ने जिला अध्यक्ष के कमरे में बैठकर सभी दावेदारों और विधायकों से एक घंटे तक चर्चा की। सांसद दामोदर अग्रवाल और सभी विधायकों ने संगठन के निर्णय पर सहमति जताई।

ये हैं प्रमुख कारण, जिसके चलते मेवाड़ा को दोबारा चुना गया
जिले के अधिकांश विधायक मेवाड़ा के पक्ष में थे।
विधायक सांसद दामोदर अग्रवाल की कार्यशैली से नाखुश थे।
पूर्व में जिला अध्यक्ष रहते हुए मेवाड़ा पर कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाया गया।
विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जिले का अच्छा नेतृत्व
सभी को साथ लेकर चलना और संपर्क में रहना।
सदस्यता अभियान में भीलवाड़ा को प्रदेश में दूसरे स्थान पर लाया।

पहले ही बता दिया था
जिला अध्यक्ष की घोषणा से पहले ही सोमवार के अंक में मेवाड़ा सब पर भारी, फैसला आज शीर्षक से प्रकाशित खबर ने प्रशांत मेवाड़ा के जिला अध्यक्ष बनने की पुष्टि कर दी थी। यह खबर पाठकों और कार्यकर्ताओं के बीच दिनभर चर्चा का विषय रही।

पंचायत और नगर निगम में कांग्रेस का सफाया करेंगे- मेवाड़ा
जिलाध्यक्ष की घोषणा के बाद प्रशांत मेवाड़ा ने कहा कि पार्टी में कोई भी काम चुनौतीपूर्ण नहीं है। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करती है। जिस तरह से लोकसभा में पार्टी को बड़ी जीत मिली। विधानसभा में हमने कांग्रेस मुक्त भीलवाड़ा जिला दिया। उसी तरह से हम आगामी पंचायत, जिला परिषद और नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस का सफाया करेंगे।

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Rajasthan E Khabar Webdesk

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