धौलपुर न्यूज़ डेस्क , धौलपुर सरकारी कागजों में करनेक्शन को लोग ई-मित्र और विभागों के चक्कर पर चक्कर लगा रहे हैं, घंटों लाइन में खड़े रहने के बावजूद भी लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा। जिस कारण लोगों में शासन और प्रशासन के खिलाफ नाराजगी देखने को मिल रही है। कागजों में करेक्शन कराने लोग रोज-रोज कार्यालयों के चक्कर लगा रे हैं। करेक्शन दुरुस्त ना होने से स्कूलों में बच्चों के एडमिशन तक में अभिभावकों को दिक्कत आ रही हैं। तो बच्चों के बोर्ड के फॉर्म भरते समय भी समस्या उत्पन्न हो रही है। विभागीय अधिकारियों के कोई भी स्पष्ट गाइडलाइन जारी न होने और जानकारी के अभाव में किसी भी तरह की कोई सहायता नहीं की जा रही। पंचायत समिति सभागार में आधार करेक्शन करने के लिए बड़े पैमाने पर लोगों को खड़े देखा जा सकता है।
जिनमें से फरियादी राजेश गर्ग ने बताया कि उनके नाम के पीछे सरनेम, डेट ऑफ बर्थ और एड्रेस चेंज करने के लिए वह 6- 7 महीने से चक्कर लगा रहे हैं और तमाम कागज उपलब्ध कराने के बावजूद भी उनके आधार कार्ड में करेक्शन नहीं हो पा रहा। कर्मचारी भी स्टाफ की कमी के साथ ऊपर से आधार कार्ड रिजेक्ट होने की बात कह कर उन्हें वापस लौटा देते हैं लेकिन इस सब का खामियाजा उन कार्ड धारकों को उठाना पड़ रहा है जो बिना इन कागजों के किसी भी काम को पूर्ण नहीं कर पा रहे हैं।
परेशान कार्ड धारकों ने बताया कि जब विभाग के अधिकारियों ने टोल फ्री नंबर दे दिए जाते हैं तथा वेबसाइट से लेकर भी जब जन आधार कार्ड से लेकर आधार कार्ड के लिए निर्धारित किए गए नंबरों पर कॉल किया जाता है तो वह कभी रिसीव नहीं होता और जब 181 पर भी बात की जाती है तो वह मात्र खाना पूर्ति करने के बाद संबंधित जिला अधिकारी से बात करने एवं सुझाव लेने की बात कहकर फोन रख देते हैं ऐसे में आम नागरिक बेहद परेशान हैं।