पाली न्यूज़ डेस्क,पाली में बुधवार को घर से कुरकुरे लेने निकले 2 साल के मासूम पर कुत्तों ने हमला कर दिया। 2 से 3 आवारा कुत्ते मासूम का पैर मुंह में दबाकर उसे घसीट कर ले जाने लगे। लेकिन तब ही बच्चे के रोने की आवाज सुनकर गली वाले पहुंचे और उसे कुत्तों के चंगुल से बचाया। घायल मासूम को उपचार के लिए पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लाया गया। जहां ट्रॉमा वार्ड में उसका इलाज किया गया।
घटना पाली शहर के हैदर कॉलोनी में बुधवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे हुई। यहां रहने वाले रमजान अली का 2 साल का बेटा रूहान घर के पास स्थित किराना दुकान से कुरकुरे लेने घर से निकाला था। घर से कुछ ही कदम चला था कि दो-तीन डॉग्स ने उस पर हमला कर दिया। और उसका पैर मुंह में दबाकर उसे घसीटते हुए ले जाने लगे। मासूम के रोने की आवाज सुनकर मोहल्लेवासी तुरंत भागे और डॉग्स को भगाया। इस बीच मासूम के परिजन भी मौके पर पहुंच गए और दर्द से चिल्ला रहे मासूम रूहान को इलाज के लिए पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लेकर आए। जहां उसका उपचार किया गया।
दादी बोली- छुड़वाने में देरी होती तो पोते को कुछ भी हो सकता था
घायल रूहान की दादी फामिमा बानो ने कहा कि हमारे यहां दिनोंदिन कुत्तों का आतंक बढ़ रहा है। आज एक बकरे को भी कुत्तों ने काट लिया। मेरा पोता जनरल स्टोर से कुरकुरे लेने जा रहा था। इस दौरान कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। भला हो मोहल्लेवासियों का, जिन्होंने तुरंत बच्चे को डॉग्स के चंगुल से छुड़ा लिया, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। प्रशासन को कुत्तों पर प्रभावी कारवाई करनी चाहिए। वरना डॉग्स के नौंचने से किसी मासूम की जान भी जा सकती है।
हर रोज 15 के करीब केस पहुंच रहे हॉस्पिटल
पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में रोजाना 10 से 15 केस डॉग बाइट के पहुंच रहे है। कुछ दिन पहले पाली शहर के रामलीला मैदान में भी खेल रहे एक बच्चे पर कुत्तों ने हमला कर उसे 15 से ज्यादा जगह काटकर गंभीर घायल कर दिया था। बचाने गए बच्चे के पिता पर भी डॉग्स ने हमला कर दिया था।