दौसा न्यूज़ डेस्क – मंगलवार सुबह से ही प्रदेश के कई इलाकों में हल्की बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में बादल छाए हुए हैं, जिससे बारिश की संभावना बनी हुई है। इससे पहले सोमवार देर रात दौसा जिले में तेज गर्जना देखने को मिली, जिसके बाद मौसम बदल गया और हल्की बारिश और बूंदाबांदी का दौर चला। आज (मंगलवार) 9 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है
जानकारी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से दौसा जिले में इस बदले मौसम का असर अगले दो दिन यानी 20 फरवरी तक देखने को मिल सकता है। इस सिस्टम का सबसे ज्यादा असर 19 फरवरी को देखने को मिल सकता है। मंगलवार सुबह दौसा जिले के लालसोट और राहुवास इलाके में भी बारिश का दौर देखने को मिला। जिले की बात करें तो जिले में बूंदाबांदी का दौर भी देखने को मिला है। इलाके में हुई बूंदाबांदी और बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है और सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को भी परेशानी होने लगी है। वही बारिश के बाद जिले भर में ठंड का असर भी बढ़ गया है और ठंड बढ़ने के आसार बन रहे हैं।
किसानों के लिए फायदेमंद और नुकसानदायक बारिश
किसान गिर्राज प्रसाद मीना ने बताया कि सोमवार रात को जब वह सोया तो आसमान में तेज गड़गड़ाहट हुई। लेकिन, रातभर बारिश नहीं हुई। मंगलवार सुबह होते ही जिले के कई इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया। अधिकांश इलाकों में बूंदाबांदी भी देखने को मिली। बारिश के बाद किसानों की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि, हाल ही में सरसों की फसल की कटाई चल रही है। सरसों की फसल के लिए बारिश नुकसानदायक होगी। लेकिन गेहूं की फसल के लिए भी फायदेमंद होगी, क्योंकि गेहूं की फसल को अभी पानी की जरूरत है। अगर बारिश होती है तो किसानों को गेहूं की फसल के लिए कम पानी की जरूरत होगी।
अगर बारिश के साथ ओले नहीं पड़े और तेज हवा नहीं चली तो फायदा मिलना बंद हो जाएगा
कृषि अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार सुबह से बदला मौसम किसानों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि गेहूं की फसल को तैयार होने में अभी समय लगेगा और किसानों को गेहूं की फसल में पानी की जरूरत है। लेकिन अगर क्षेत्र में बारिश होती है और बारिश के साथ ओले गिरते हैं या तेज हवा चलती है। तो यह खेत में गेहूं की फसल को नष्ट कर देगा। जिसके कारण गेहूं की फसल में नुकसान देखने को मिलेगा।