डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, शहर के वसुंधरा विहार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित सावित्री बाई फूले बालिका छात्रावास में हाल ही में स्थानांतरण के बाद आए सहायक निदेशक के रात्रि में ठहरने पर हंगामा खड़ा हो गया। मंगलवार रात सूचना पर एबीवीपी के कार्यकर्ता छात्रावास पहुंचे एवं रोष जताया। इधर, मामले की भनक लगने के बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच करवाकर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है।
जानकारी के अनुसार सहायक निदेशक मोहमद अशफाक खान का कुछ दिनों पहले भीलवाड़ा से डूंगरपुर में पदस्थापन हुआ हैं। वे छात्रावास निरीक्षण को पहुंचने के बाद यहीं पर ठहर गए थे। एबीवीपी कार्यकर्ताओं को मंगलवार रात सूचना मिली। जिस पर वे करीब पौने एक बजे छात्रावास के बाहर पहुंचे और प्रशासन को सूचना दी। यहां काफी देर तक हंगामा भी हुआ। इस दौरान कोतवाली थाने से एसआई चंदूलाल मौके पर पहुंचे। जिसके बाद छात्रावास वार्डन ने गेट खोला, जिस पर कार्यकर्ता व पुलिस की टीम भीतर पहुंची, तो यहां सहायक निदेशक अंदर कमरे में सोए हुए थे। जिसके बाद पुलिस ने अधिकारी को उठाया एवं अपने साथ ले गए। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हर्षित ननोमा ने जिला कलक्टर को इसकी जानकारी दी। इस पर जिला कलक्टर ने तत्काल सहायक निदेशक को वहां से जाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि सरकार के निर्देश के अनुसार पुरुष अधिकारी किसी भी बालिका छात्रावास में निवास नहीं कर सकते है। बालक छात्रावास के क्वाटर में अधीक्षक स्वयं निवास कर रहे थे, आवास उपलब्ध नहीं था। ऐसे में विकल्प तौर पर एक दिन बालिका छात्रावास में सामान रख ठहरा था।
डूंगरपुर में हैं 14 हॉस्टल
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अंतर्गत जिले में 14 हॉस्टल है। इसमें जिला मुयालय पर दो हॉस्टल हैं। एक छात्र हॉस्टल सुभाषनगर तथा एक वसुंधरा विहार में छात्रा हॉस्टल है। छात्रा हॉस्टल में कक्षा छह से 12वीं तक की छात्राओं को दाखिला दिया जाता है तथा क्षमता 50 है।