अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर की यंगेस्ट कैलीग्राफी टीचर गौरी माहेश्वरी (16) ने ऑस्ट्रेलिया से लेकर फ्रांस तक के स्टूडेंट्स को कैलीग्राफी सीखा रही है। उनके 6 साल से लेकर 60 साल तक के स्टूडेंट्स हैं। गौरी 2023 में बीएसएफ जैसलमेर में भी कमांडर ऑफिसर सहित जवानों को कैलीग्राफी सीखा चुकी हैं।
वह ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों और स्कूल की टीचर्स को कैलीग्राफी सीख रही है। अब तक गौरी 10 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स को कैलीग्राफी सीख चुकी है। गौरी को 200 से ज्यादा कैलीग्राफी की डिजाइन आती है। इसी कला के चलते गौरी को साल 2022 में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिला था। इसके चलते पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर गौरी को शुभकामनाएं दी थी। वहीं रविवार को जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से यूथ आइकॉन अवॉर्ड भी दिया गया। गौरी का नाम इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
गौरी कहती हैं कि उन्हें बच्ची समझकर टीचर ने कैलीग्राफी आर्ट सिखाने से मना किया था। इसके बाद उनके माता-पिता के समझाने पर सिखाना शुरू किया तो गौरी ने अपनी लगन से यह मुकाम हासिल किया।