झालावाड़ न्यूज़ डेस्क – राजस्थान सरकार ने मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित दिव्यांगजनों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत पात्र दिव्यांगजनों को इलेक्ट्रिक पावर व्हीलचेयर उपलब्ध कराई जाएगी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक रामनिवास यादव के अनुसार यह सुविधा दो श्रेणियों के दिव्यांगजनों के लिए उपलब्ध है। पहली श्रेणी में 40 से 79 प्रतिशत दिव्यांगता वाले पीले प्रमाण पत्र धारक तथा दूसरी श्रेणी में 80 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता वाले नीले प्रमाण पत्र धारक शामिल हैं।
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि अज्ञात लोगों ने बच्चे को जन्म के ढाई महीने बाद जंगल में छोड़ दिया। यह घटना इलाके में सनसनी का विषय बन गई है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और बच्चे के परिजनों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। परिजनों की पहचान होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।