जयपुर। जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी ने दो दिवसीय इसरो साइंस एग्जीबिशन 2025 का आयोजन किया। यह साइंस एग्जीबिशन का चौथा संस्करण है। मुख्य अतिथि इसरो के पूर्व चेयरमैन डॉ. ए. एस. किरण कुमार ने ने कहा कि भारत 2035 तक अपना अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित कर लेगा। उन्होंने कहा कि भारत अपने अंतरिक्ष यात्रियों को कॉस्मोनॉट्स और व्योमनॉट्स के रूप में अंतरिक्ष में भेजने की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हर छात्र के पास भारत को विश्व में शिर्ष स्थान पर पहुंचान की क्षमता है। उद्घाटन समारोह में गैलक्सआई के सह-संस्थापक और सीईओ सुयश सिंह ने कहा कि स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र से ताल्लुक नहीं होने के बावजूद उन्होंने अपने स्टार्टअप को सफल बनाया है। उन्होंने छात्रों को कहा कि एक साथ कई समस्या को हल करने के बजाय, एक समस्या को चुनें और उसे पूरी तरह से हल करें। एग्जीबिशन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान से अवगत कराना था। इसके साथ ही बच्चों को इसरो के भविष्य के अभियानों में योगदान देने के लिए प्रेरित करना था।
इस बार प्रर्दशनी में गगनयान मिशन और क्रायोजेनिक इंजन जैसे विषयों पर गहन चर्चा की गई। छात्रों को इसरो के अब तक के सफल मिशन के बारे में डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से जानकारी दी गई। एग्जीबिशन में स्पेस ऑन व्हील्स आर्कषण का मुख्य केंद्र रहा। इसमें भारत के पहले लॉन्च पैड से लेकर आधुनिकतम अंतरिक्ष अभियानों के मॉडल्स प्रदर्शित किए गए। कार्यक्रम के दौरान स्पेस हैकाथॉन, स्पेस साइंस क्विज और रिसर्च पेपर प्रजेंटेशन जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। एग्जीबिशन में 107 स्कूलों के 12 हजार से अधिक छात्रों ने भाग लिया।