जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच बनने वाली मेट्रो लाइन का काम बीजेपी और कांग्रेस के बीच में फंस गया है। अप्रैल 2027 तक इस रूट पर चलने वाली मेट्रो अब कब चलेगी, यह भविष्य के गर्भ में हैं। मेट्रो का फेस-1सी रूट पर अब मेट्रो चलेगी या नहीं, इसको लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। दिल्ली मेट्रो की ओर से बनाई गई डीपीआर पर एक साल पहले कांग्रेस सरकार ने बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच चलने वाली मेट्रो का काम शुरू किया था, जिसका 3 महीने पहले बीजेपी सरकार ने डीपीआर का रिव्यू कराने की कह कर काम बंद कर दिया। पहले दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन ने बनाई डीपीआर पर कांग्रेस सरकार ने काम शुरू किया था।
अब बीजेपी सरकार रेलवे की राइट्स कंपनी से बनी हुई डीपीआर का रिव्यू करा रही है। ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं कि दोनों की सरकारी एजेंसियां हैं तो अब रिव्यू कराने का कोई औचित्य नहीं है। काम शुरू हुए एक साल बीत चुका है। इस दौरान करोड़ों रुपए सरकार के खर्च हो चुके हैं। दिल्ली रोड स्थित सूरजपोल अनाज मंडी के पास कंपनी ने ट्रांसपोर्ट नगर से खोले के हनुमान मंदिर वाली सड़क का यार्ड बना दिया है। इससे ट्रैफिक को सूरजपोल मंडी होकर गुजरना पड़ रहा है। यह रास्ता सकड़ा होने से आए दिन ट्रैफिक जाम होने से लोग परेशान हो रहे हैं। रामगंज चौपड़ पर बैरिकेड्स लगा रखे हैं। इस वजह से ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। देखा जाए तो ट्रांसपोर्ट नगर तक मेट्रो जाने के लिए इससे बेहतर रूट नहीं है। ट्रांसपोर्ट नगर से मेट्रो को आगे ले जानी थी तो अलग से डीपीआर तैयार करवा सकते थे। ऐसे में लोगों को बीजेपी सरकार का मेट्रो का काम बंद करना रास नहीं आ रहा है। काम बंद करने की वजह से तो प्रोजेक्ट लेट हो रहा है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ेगी।
अधिकारियों का तर्क; केंद्र से जॉइंट वेंचर नहीं हुआ, अब हुआ तो भी काम बंद
3 महीने पहले जब बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर तक बनने वाली मेट्रो का काम रोका था तो मेट्रो अधिकारियों का तर्क था कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच जॉइंट वेंचर नहीं हुआ है। इस वजह से काम को रोका है। अभी मेट्रो के 1सी और 1डी प्रोजेक्ट के काम की मॉनिटरिंग जयपुर मेट्रो के माध्यम से की जा रही थी। जॉइंट वेंचर होने के बाद केंद्र सरकार की देखरेख में काम होगा। केंद्र सरकार से फंड भी मिलेगा, लेकिन अब केंद्र और राज्य सरकार के बीच में जॉइंट वेंचर हो चुका है, इसके बावजूद भी काम शुरू नहीं हुआ है।
फेज-1सी -बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर
फेज-1सी रूट की कुल दूरी 2.85 किमी होगी। इसमें दो मेट्रो स्टेशन बनेंगे। पहला स्टेशन रामगंज तो दूसरा ट्रांसपोर्ट नगर पर होगा। 2.85 किमी की दूरी में बनने वाले फेज-1सी में 0.59 किमी मेट्रो एलिवेटेड होगी तो 2.26 किमी में ट्रेन अंडरग्राउंड चलेगी। ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन एलिवेटेड होगा। मानसरोवर स्टेशन की तरह रिवर्सिंग लाइन भी बनेगी। प्रोजेक्ट पर 800 करोड़ खर्च होंगे। यह बजट कांग्रेस सरकार स्वीकृत भी कर चुकी। प्रोजेक्ट का काम अप्रैल 2027 तक पूरा होना था।
काम बंद करने की यह भी हो सकती है एक वजह
बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच चलने वाली मेट्रो से किशनपोल और आदर्श नगर विधानसभा के लोगों को सबसे अधिक फायदा होगा। दोनों विधानसभा में दो चुनावों से कांग्रेस के विधायक हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी सरकार ने कांग्रेस विधायकों को मिलने वाले फायदे की वजह से मेट्रो का काम रोका है। काम बंद करने बाद ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस सरकार में शुरू हुआ मेट्रो के काम में अब थोड़ा बहुत बदलाव करके बीजेपी सरकार श्रेय लेना चाहती है।