जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर राजस्थान की राजधानी जयपुर में पहली बार 80 किलोमीटर की नेशनल घुड़सवारी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता 24 से 26 जनवरी तक कालवाड़ तहसील क्षेत्र के गजाधरपुरा स्थित सागर स्पोर्ट्स अकादमी में आयोजित होगी। इक्वेस्ट्रियन फेडरेशन ऑफ़ इंडिया की ओर से आयोजित इस नेशनल प्रतियोगिता में देशभर के 12 राज्यों के घुड़सवार हिस्सा लेंगे, जो इसे एक राष्ट्रीय स्तर का भव्य आयोजन बनाएंगे। इस प्रतियोगिता में कुल 80 किलोमीटर की दूरी को तय करने के लिए घुड़सवारों को 27 किलोमीटर के 3 राउंड पूरे करने होंगे। प्रतियोगिता के दौरान घुड़सवारों और उनके घोड़ों की सहनशक्ति, तकनीक और गति का परीक्षण किया जाएगा। प्रत्येक राउंड के बाद घोड़ों के स्वास्थ्य की जांच होगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अगले चरण के लिए फिट हैं। प्रेसिडेंट ग्राउंड जूरी लेफ्टिनेंट कर्नल भरत सिंह ने बताया कि यह प्रतियोगिता घुड़सवारी के प्रति युवाओं को आकर्षित करने और इस खेल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है।
प्रतियोगिता में लगभग 125 घोड़े हिस्सा लेंगे, जो अलग-अलग नस्लों के होंगे। इनमें मारवाड़ी, काठियावाड़ी, थारपारकर, और अन्य अंतरराष्ट्रीय नस्लों के घोड़े प्रमुख आकर्षण होंगे। यह प्रतियोगिता घुड़सवारी की विविधता और भारत में घुड़सवारी संस्कृति को बढ़ावा देने का एक शानदार अवसर है। जयपुरवासियों के लिए यह एक बेहतरीन मौका होगा कि वे पहली बार राष्ट्रीय स्तर की घुड़सवारी प्रतियोगिता का आनंद लेंगे।12 राज्यों से आने वाले प्रतिभागी घुड़सवारी की इस चुनौती के लिए पिछले कई महीनों से तैयारी कर रहे हैं। उनके साथ अनुभवी प्रशिक्षक और घोड़ों की देखभाल करने वाले विशेषज्ञ होंगे। इस प्रतियोगिता में वह घुड़सवार शामिल होंगे जो 40 किलोमीटर की 2 नेशनल प्रतियोगिता में क्वालीफाई कर चुके हैं।
आज घोड़ों का मेडिकल होगा, 25-26
को जूनियर सीनियर प्रतियोगिता
सागर इक्वेस्ट्रियन अकादमी के सागर शर्मा ने बताया कि 24 से 26 जनवरी तक आयोजित होने वाली नेशनल प्रतियोगिता में 24 जनवरी घोड़ो का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। घोड़े के अनफिट होने पर प्रतियोगिता से बाहर किया जाएगा। 25 तारीख को जूनियर नेशनल प्रतियोगिता होगी जिसमें 14 साल से 21 साल तक के खिलाड़ी भाग लेंगे। वही 26 जनवरी को सीनियर नेशनल प्रतियोगिता में 21 वर्ष से अधिक उम्र के खिलाड़ी रेस में दौड़ेंगे। 26 जनवरी की शाम को प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन के बाद प्रतियोगिता का समापन किया जाएगा।घुड़सवारी की यह प्रतियोगिता 3 चरणों में संपन्न होगी। प्रत्येक राउंड की लंबाई 27 किलोमीटर होगी। प्रतिभागियों और उनके घोड़ों को कुल 80 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। हर राउंड के बाद विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा घोड़ों के स्वास्थ्य और फिटनेस का परीक्षण किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अगले राउंड में भाग लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।