जयपुर न्यूज़ डेस्क, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने गुरुवार को राजस्थान की 3 यूनिवर्सिटी में पीएचडी के कोर्स पर बैन लगा दिया। इसके साथ ही यूजीसी ने स्टूडेंट्स को पीएचडी कोर्स के लिए इन यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं लेने की अपील की।
यूजीसी से जारी नोटिस के मुताबिक OPJS यूनिवर्सिटी (चूरू), सनराइज यूनिवर्सिटी (अलवर) और सिंघानिया यूनिवर्सिटी (झुंझुनूं) को बैन किया है। यूजीसी के पीएचडी नियमों को पूरा नहीं करने के मामले पर पहले तीनों यूनिवर्सिटी को नोटिस जारी किया था। नोटिस का कोई जवाब नहीं देने पर यूजीसी की स्टेंडिंग कमेटी ने तीनों यूनिवर्सिटी में पीएचडी के कोर्स पर बैन लगा दिया।
5 साल के लिए लगाया प्रतिबंध
स्टेंडिंग कमेटी की सिफारिश पर यूजीसी ने इन तीनों विश्वविद्यालयों को अगले पांच वर्षों (शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से 2029-30 तक) पीएचडी. कार्यक्रम के तहत छात्रों का नामांकन करने से प्रतिबंधित किया है। साथ ही इन विश्वविद्यालयों प्रबंधन को भी तत्काल प्रभाव से पीएच.डी. छात्रों का नामांकन बंद करने का निर्देश दिए है।
चूरू की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी और अलवर की सनराइज यूनिवर्सिटी पहले भी विवादों में रही है। करीब 6 महीने पहले फर्जी डिग्री जारी करने वाली ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के संचालक जोगेन्द्र सिंह (55) और सनराइज यूनिवर्सिटी के संचालक जितेन्द्र यादव (38) को गिरफ्तार किया गया था। SOG को ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के खिलाफ फर्जी डिग्री जारी करने की काफी शिकायतें मिली थी। जो चूरू के राजगढ़ में है।
चूरू की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के पूर्व कर्मचारी को एसओजी ने फर्जी मार्कशीट बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। ओपीजेएस यूनिवर्सिटी पहले भी शक के दायरे में आ चुकी है। डेढ़ साल पहले वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक के मास्टर माइंड भूपेंद्र सारण के घर पर पुलिस छापे में भी इस यूनिवर्सिटी की कई मार्कशीट मिली थी। (पूरी खबर पढ़ें)