जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर गायत्री परिवार की ओर से बसंत पंचमी पर्व तीन शक्तिपीठ और 24 प्रज्ञा केन्द्रों में रविवार को मनाया जाएगा। गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य का आध्यात्मिक जन्म दिवस भी इसी दिन मनाया जाएगा।मुख्य आयोजन गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में सुबह 8:30 से दोपहर 12 बजे तक नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ होगा। इस मौके पर पर्व पूजन के बाद वाद्य यंत्रों और वेदों का भी पूजन किया जाएगा। छोटे बच्चोंं का विद्यारंभ संस्कार भी कराया जाएगा। गायत्री शक्तिपीठ वाटिका व कालवाड़ सहित अन्य जगहों पर भी बसंत पंचमी उत्सव मनाया जाएगा। साधकों को सालभर चलने वाले साधनात्मक कार्यों में से किसी एक साधना का संकल्प भी करवाया जाएगा।
6 फीट ऊंची मूर्ति तैयार
सरस्वती मां की मूर्ति बनाने वाले गौतमपाल ने बताया कि मूर्ति 6 फीट की है। बंगाल के कारीगरों ने बनाई है। इसे बनाने में 3 माह का समय लगा है। शृंगार का सामान जैसे करिश्मा कपड़े की साड़ी, नथ, जेवर, केश सभी बंगाल से मंगाए गए हैं। मिट्टी भी बंगाल व दौसा से लाई गई है। करीब पांच कारीगरों ने इसे मिलकर बनाया है। मूर्ती को बनाने में वॉटर प्रिंट कलर का इस्तेमाल किया गया है। बंगाली कलाकार इस मूर्ती को कुन्दी गरान भैरूं जी के रास्ते के मटका कुआं गली में स्थित फैक्ट्री में बना रहे हैं।
मैथिल समाज 2 व 3 फरवरी को मनाएगा सरस्वती पूजा महोत्सव
एक साल की साधना का कराएंगे संकल्प… गायत्री परिवार राजस्थान के समन्वयक ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि लोगों को बसंत पंचमी 2026 तक की अवधि में साधना अनुष्ठान से जुड़ने का संकल्प कराया जाएगा। व्यक्तिगत जीवन को परिष्कृत करने के लिए साधना अनुष्ठान चलाए जाएंगे। एक वर्षीय साधना अनुष्ठान चलाने की योजना बनाई गई है। दो श्रेणी के साधना अनुष्ठान बनाए गए है। पहली श्रेणी में नियमित रूप से 11 माला गायत्री मंत्र, एक माला महामृत्युंजय मंत्र का जप, 30 मिनिट साहित्य का स्वाध्याय का अनुष्ठान रहेगा। दूसरी श्रेणी में तीन माला गायत्री महामंत्र अथवा रोजाना एक पेज गायत्री मंत्र का लेखन, रोजाना एक वर्ष तक गायत्री चालीसा का पाठ शामिल है। अनुष्ठान का संकल्प पत्र भर कर अपनी नजदीकी शाखा में जमा करा सकते हैं।
मैथिल समाज की दो दिवसीय सरस्वती पूजा महोत्सव मनाया जाएगा। 2 व 3 फरवरी को होने वाली इस पूजा का आयोजन मैथिली महिला मंच और राजस्थान मैथिल परिषद् के संयुक्त तत्वावधान में जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित वेंकटेश्वर मंदिर विष्णु धाम में होगा। मैथिली महिला मंच की अध्यक्ष बबीता झा ने बताया कि पहले दिन सुबह 11 बजे पूजा होगी और दिन भर विभिन्न कार्यक्रम होंगे । राजस्थान मैथिल परिषद के अध्य्क्ष दिलीप झा ने बताया कि इस अवसर पर परिषद की तरफ से समाज के वरिष्ठ लोगों का सम्मान किया जाएगा।