जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर भारत सहित पूरे विश्वभर में डिजिटल क्रांति के बाद ओपिनियन ट्रेडिंग के तौर पर छिपकर व अवैध जुआ देश में चुपके से घुसपैठ कर चुका है। स्किल बेस गेमिंग बताने का दावा करने वाले ये प्लेटफॉर्म भी भारतीय कानूनों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। इससे देश के सार्वजनिक कल्याण व आर्थिक स्थिरता पर भी खतरा पैदा हो गया है। इस संबंध में ऑनलाइन प्रोबो व ट्रे एक्स सहित ऐसे कई प्लेटफॉर्म हैं, जो इनका उपयोग करने वालों को क्रिकेट मैच, क्रिप्टो करेंसी, राजनीतिक चुनावों व शेयर बाजार के रुझानों सहित विभिन्न घटनाओं के परिणामों पर वास्तविक धन को दांव पर लगाने की मंजूरी देते हैं।उपयोगकर्ता ऐसी घटनाओं पर भविष्यवाणी करते हैं और प्लेटफॉर्म पर सीधा उन्हें नुकसान पहुंचाकर खुद फायदा पहुंचाते हैं। इन प्लेटफॉर्म पर प्रश्न के जवाब में हां व ना विकल्प के साथ ही सट्टे का भाव दिया जाता है और यह भी बताया जाता है कि कितने ट्रेडर्स उसमें शामिल हैं। ऐसे में यदि गेमिंग एप के किसी भी बोनस या अन्य लालच में फंसे तो ना केवल आपके साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी हो सकती है, बल्कि किसी अन्य को भी इसमें शामिल करने पर जेल भी जाना पड़ सकता है।
धोखाधड़ी कैसे की, इन मामलों से समझिए
केस – 1; धोखाधड़ी के शिकार हुए पीड़ित ने बताया कि उन्हें एक अनजान लिंक पर क्लिक करने के लिए एक मैसेज मिला था। इसमें उन्हें एक बोनस ऑफर का लालच दिया गया था। उन्होंने लिंक पर क्लिक किया तो बैंक खाते से रुपए काटने का नोटिफिकेशन मिला, जबकि उस प्लेटफॉर्म पर ना कोई अकाउंट बनाया और ना ही किसी तरह का लेन-देन ही किया। उन्होंने बताया कि Probo जैसे प्लेटफॉर्म अपने उपयोगकर्ताओं को गेसिंग गेम्स के जरिए पैसा कमाने का लालच देते हैं, लेकिन ये गतिविधियां अक्सर धोखाधड़ी और अवैध लेन-देन से जुड़ी होती हैं। ऐसे में मोबाइल या लैपटॉप का उपयोग करते समय हमें इस तरह से एप से बचना चाहिए।
केस – 2; जयपुर निवासी जया धूत ने ज्योति नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनके बैंक खाते से बिना उनकी अनुमति के ₹5000 की राशि सीधे Probo नामक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के खाते में ट्रांसफर कर दी गई। उन्होंने बताया कि यह घटना 10 जनवरी 2025 को हुई। जब उन्होंने अपने बैंक खाते की जांच की तो पाया कि उनकी जानकारी और सहमति के बिना उनके बैंक खाते से राशि कट गई है। पता चला कि Probo नामक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म सट्टेबाजी (betting और gambling) से जुड़ा हुआ है। यह अवैध माना जाता है। रिपोर्ट में पुलिस से उसकी मंजूरी के बिना काटी गई राशि वापस दिलवाए जाने का आग्रह किया है।
जुआ और ऑनलाइन सट्टा भी अपराध
दी बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष संदीप लुहाड़िया का कहना है कि देश के कानून में जुआ खेलने के अपराध में सजा का प्रावधान है। यदि किसी अन्य पक्षकार को लालच या प्रलोभन देकर उन्हें कोई नुकसान पहुंचाया जाता है तो फिर इसमें धोखाधड़ी का अपराध भी शामिल होता है।
वहीं आपराधिक मामलों के अधिवक्ता दीपक चौहान व डॉ. योगेश गुप्ता का कहना है कि मौजूदा दौर में आईटी का उपयोग कर किसी के अकाउंट को हैक कर भी लोगों के साथ ठगी की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। ऑनलाइन सट्टा खेलने भी अपराध है। सट्टा खेलते हुए पहली बार पकड़े जाने वाले पर 50 हजार रुपए का जुर्माना, दूसरी बार पकड़े जाने पर एक लाख तक का जुर्माना और तीसरी बार पकड़े जाने पर 5 लाख रुपए तक के जुर्माना शामिल किया है।
उदाहरण- 1 : दिल्ली चुनाव 2025 में क्या आप पार्टी 40 से ज्यादा सीटें जीतेगी
विकल्प- हां 5.5 रुपए और ना 4.5 रुपए
इसमें 6917 ट्रेडर्स ने हिस्सा लिया।
उदाहरण- 2: क्या श्रेयास गोपाल विदर्भ के खिलाफ मैच में 20 रन या उससे ज्यादा रन बनाएगा।
विकल्प हां- 0.45 पैसा और ना 0.55