जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर खोह नागोरियान स्थित कब्रिस्तान की दीवार करीब चार माह पूर्व तेज बारिश के कारण टूट गई थी। इसके बाद दीवार का दोबारा निर्माण नहीं होने से यहां आवारा पशुओं समेत असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। कब्रिस्तान का प्रबंधन देख रहे लोगों ने टूटी दीवार बनाने के लिए कई बार प्रशासन को लिखित में अवगत करवाया। लेकिन, प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया।स्थानीय लोगों ने ग्रेटर नगर निगम के अधिकारियों से मांग की है कि कब्रिस्तान की सुरक्षा एवं संरक्षण पर तत्काल ध्यान दिया जाए। उन्होंने कब्रिस्तान में टूटी हुई दीवार को फिर से बनवाने, सीसीटीवी कैमरे लगवाने और लाइटिंग एवं सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।
इंतेजामिया वक्फ कमेटी (कब्रिस्तान) गुलाब शाह पीरबाबा की ओर से जिला कलेक्ट्रेट के नाम भी ज्ञापन दिया गया था। समाजसेवी मोहम्मद अमीन खान ने बताया कि कब्रिस्तान निर्माण का कार्य अब तक कागजों में ही सिमटा हुआ है। स्थानीय निवासी इब्राहिम नागौरी ने बताया कि सरकारी नाकामी के कारण नूर का बांध टूटा, जिसका खामियाजा कब्रिस्तान को उठाना पड़ रहा है। जिम्मेदार अधिकारी कब्रिस्तान की सुरक्षा तो दूर, कब्रिस्तान में दफनाए गए मुरदों की भी सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं।
इन इलाकों को करता है कवर
करीब पैंतीस हजार की आबादी वाले क्षेेत्र को यह कब्रिस्तान कवर करता है। यहां खोह नागोरियान, रहीम नगर, उदयपुर गिलारिया, टोडी रमजानीपुरा, खानिया बंदा, लूनियावास, पालड़ी मीणा, लकेशरा, मदीना नगर, नूर नगर, सद्भावना, आयशा नगर सहित कई इलाकों के लोग यहां आकर परिजनों को दफनाते हैं।कब्रिस्तान की टूटी दीवार को दुबारा बनवाने के लिए प्रदेश वक्फ बोर्ड से पिछले सप्ताह पत्र प्राप्त हुआ है, बांध टूटने के कारण इस कब्रिस्तान में नुकसान हुआ था। जल्द ही इस दीवार का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।