जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर पूर्व सरकार में नगर निगम हेरिटेज ने प्रशासन शहरों के संग अभियान में हाजी कॉलोनी (सीकर हाउस)में बिना भौतिक स्थिति का जायजा लिए कॉमर्शियल दुकानों का आवासीय पट्टा जारी कर दिया। इस संबंध में चार दुकानदारों ने सोमवार को प्रेसवार्ता बुलाकर यह जानकारी दी। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि हम पिछले 40 साल से काबिज दुकानों को दरकिनार कर समतल भूमि दिखाते हुए यह आवासीय भूमि पट्टा दूसरे पक्ष को जारी कर दिया।चारों दुकानदार दामोदर प्रसाद गोयल, दामोदर प्रसाद अग्रवाल, बाबूलाल गुप्ता व बजरंग लाल गुप्ता ने बताया कि 1988 से हम यहां दुकानों में अपना व्यापार चला रहे हैं। दुकान मालिक की ओर मकान निर्माण के लिए राशि की आवश्यकता होने पर 2003 में ये दुकानें चारों किराएदार दुकानदारों को एग्रीमेंट करके बेच दी थी। हालांकि, तब रजिस्ट्री नहीं कराई गई। हमने 2003 तक लगातार किराया भी दे दिया था।
कॉमर्शियल की जगह निगम के जारी आवासीय पट्टे के भूखंड में बनाया जा रहा बेसमेंट।
दुकानदारों ने बताया कि दुकानों के पीछे मकान मालिक का भूखंड था। इस पर वह रह रहा था। वर्ष 2008 में इस भूखंड को अशफाक कुरैशी को कब्जे के आधार पर बेच दिया गया। भूखंड का पट्टा वर्ष 2019 में बिना भौतिक स्थिति की जांच किए जारी कर दिया। इसमें कुछ दुकानों की जमीन को भी सम्मिलित कर लिया गया और वर्ष 2022 में शेष बची हुई जमीन का पट्टा भी प्रशासन शहरों के संग अभियान में बिना जांच पड़ताल के और न ही भौतिक अवस्था को जांचें साजिद कुरैशी प|ी अशफाक कुरैशी के नाम से जारी कर दिया गया।
यहां तक कि दुकानों की जमीन को समतल बताते साइड प्लान और पट्टा जारी कर दिया गया है। जब यहां इस आवासीय पट्टे की जमीन पर 10 महीने पहले जब व्यावसायिक गतिविधियों के लिए कॉम्पलेक्स का निर्माण शुरू किया तो दुकानदारों को इस संबंध में पता चला। यहीं नहीं निगम हेरिटेज क्षेत्र में बेसमेंट बनाने पर रोक के बावजूद अनियमितता पूर्वक बेसमेंट बनवा लिया है और प्रथम तल का कार्य करवाया जा रहा है। अब दुकानें खाली करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है और धमकियां भी दी जा रही हैं।इस संबंध में लोकायुक्त सहित मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, स्वायत्त शासन मंत्री, नगर निगम हेरिटेज उपायुक्त, विद्याधर नगर जोन, हेरिटेज नगर निगम महापौर, संजय नगर पुलिस थाना, स्थानीय पार्षद को भी शिकायत दर्ज करवाई गई है, लेकिन कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को टाला जा रहा है।