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Rajasthan News: जल संरक्षण के लिए जयपुर डेयरी ने राजस्थान का पहला जीरो लिक्विड डिस्चार्ज संयंत्र किया स्थापित

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जयपुर। पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के लिए जयपुर डेयरी ने प्रदेश का पहला जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (जेडएलडी) संयंत्र स्थापित किया है। इस संयंत्र को नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) के तकनीकी परामर्श से 20 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। 

जयपुर डेयरी प्रतिदिन 12 लाख लीटर दूध का प्रसंस्करण करती है, इसके लिए प्रतिदिन 15.19 लाख लीटर पानी की आवश्यकता होती है। प्रसंस्करण के बाद निकलने वाले पानी को पहले से मौजूद ईटीपी (एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) के माध्यम से उपचारित किया जाता है। अब इस नए जेडएलडी संयंत्र की मदद से इस ट्रीटेड पानी को तीन चरणों में उपचारित कर डेयरी के बॉयलर और रेफ्रिजरेशन जैसे कार्यों में पुन: उपयोग में लिया जाएगा। यह अत्याधुनिक तकनीक हर दिन 6.50 लाख लीटर (प्रतिवर्ष 24 करोड़ लीटर) पानी बचाने में सहायक होगी।

जल संरक्षण और वित्तीय लाभ :

संयंत्र पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ही जयपुर डेयरी को वित्तीय रूप से भी लाभान्वित करेगा। वार्षिक स्तर पर लगभग 1.30 करोड़ रुपए का वित्तीय लाभ होगा। शहर के दो लाख लोगों के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद करेगा। आरसीडीएफ  प्रशासक एवं प्रबंध संचालक श्रुति भारद्वाज ने बताया कि जल संरक्षण एवं पर्यावरण की दृष्टि से एक आदर्श मॉडल साबित होगा इसकी सफलता को देखते हुए अन्य जिला संघ में भी संयंत्र स्थापित किया जाएगा। ओमप्रकाश पूनिया ने बताया कि यह संयंत्र जयपुर डेयरी के पर्यावरण एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, वहीं जयपुर डेयरी के प्रबंध संचालक मनीष फौजदार ने बताया कि यह संयंत्र राजस्थान के सहकारिता क्षेत्र में प्रथम ही नहीं अपितु भारत के डेयरी क्षेत्र में एक अभिनव पहल है प्रतिदिन 5 से 6 लाख लीटर पानी की बचत से न केवल राजस्व का लाभ होगा बल्कि इससे भूजल संरक्षण क्षेत्र में जयपुर डेयरी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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Rajasthan E Khabar Webdesk

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