---Advertisement---

Rajasthan News: Jaipur बढ़ रहे चर्म रोगों पर चर्चा के लिए जुटे विशेषज्ञ, डर्मा-सर्जिकल तकनीक पर हुई चर्चा

---Advertisement---

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर   स्किन को कैसे बेहतर किया जा सकता है और किस तरह बीमारियों से बचा जा सकता है, इसे लेकर दुनिया भर के डॉक्टर्स डर्माकॉन 2025 में जुटे हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की वर्कशॉप से नई बीमारियों और उनके इलाज के बारे में पता चलता है। साथ ही दुनिया भर के विशेषज्ञों के होने से नए इलाज का भी आदान-प्रदान होता है और मरीजों को फायदा मिलता है।

गुरुवार को स्किन साइंस और साइंस व स्किन सर्जरी के साथ कॉस्मेटिक स्किन पर कार्यशालाएं आयोजित की गईं, जिनमें सैकड़ों डेलीगेटस ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. यूएस अग्रवाल ने बताया कि वर्कशॉप डर्माटो-सर्जिकल तकनीक को बताया जा रहा है, जिसमें बोटोक्स, फिलर्स, लेजर, हिफू और पीआरपी द्वारा स्किन को बेहतर करने के बारे में बताया गया। साथ ही वीडियो डेमोस्ट्रेशन के माध्यम से भी इसे प्रस्तुत किया गया। आयोजन सचिव डॉ. दीपक माथुर ने बताया कि डर्माकोन 2025 के 53वां वार्षिक सम्मेलन में 600 से अधिक भारतीय विशेषज्ञ और 21 अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। वैज्ञानिक समिति के अध्यक्ष डॉ. असित मित्तल ने बताया कि इस दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर एक विशेष सत्र आयोजित किया गया, जिसमें इसकी भूमिका और आधुनिक इमेजिंग तकनीकों के माध्यम से त्वचा रोगों के निदान एवं उपचार के बारे में बताया गया।

सम्मेलन के दूसरे दिन 7 फरवरी को विभिन्न त्वचा रोगों और उनके प्रबंधन पर 45 वैज्ञानिक सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ भी अपने विशेष विचार साझा करेंगे। मुख्य वैज्ञानिक सत्र मुहासे, बच्चों में त्वचा संबंधी रोग, दवाओं के त्वचा पर दुष्प्रभाव, हेयर फॉल, त्वचा के फंगल संक्रमण, सफेद दाग, आनुवांशिक त्वचा रोग पर चर्चा की जाएगी।

---Advertisement---

लेखक के बारें में....

Rajasthan E Khabar Webdesk

Leave a Comment

loader