जयपुर न्यूज़ डेस्क , जयपुर वैष्णव भक्ति केंद्र के प्रमुख केंद्र गलता तीर्थ और घाट के बालाजी मंदिर के संचालन का जिमा हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासक के तौर पर जिला कलेक्टर को सौंपा था। सरकारी दावों में लीकेज के चलते करीब सात महीने बाद भी दोनों मंदिरों में अव्यवस्थाएं अब भी बरकरार हैं। इनमें पुजारियों को जहां वेतन का इंतजार है, तो भगवान को भी भोग के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।सिलेंडर नही होने की वजह से रोजाना भक्तों को वितरण होने वाला खीचड़े का प्रसाद भी नहीं तैयार हो रहा है। इसके अलावा सफाई और जीर्णोद्धार के लिए खाली करवाया गया जनाना कुंड भी लीकेज के कारण पूरी तरह से नहीं भर पाया है। सफाई के बाद भी मर्दाना कुंड में भी पानी नहीं भर पा रहा है। यहां जल स्तर करीब 25 फीट नीचे जा चुका है, जिस वजह से यहां स्नान करने के लिए आने वाले भक्त परेशान हैं। यज्ञ वेदी कुंड को भी खाली कर दिया है। यहां अब भी गंदगी का आलम है।
जानकारी के मुताबिक भगवान के लिए रोजाना तैयार होने वाला भोग भी पूरी तरह से नहीं लग रहा। गैस सिलेंडर का इंतजाम नहीं होने के कारण कई बार व्यवस्था प्रभावित हो रही है। भगवान के शृंगार के लिए फूल माला वाले को भुगतान नहीं किया जा रहा। इसके अलावा लंबे समय से भगवान की सेवा पूजा कर रहे 15 से अधिक पुजारियों को अब भी समय से वेतन नहीं मिल पा रहा है। हालांकि, कुछ पुजारियों को बेहद कम भुगतान किया गया। नए साल में वेतन पुजारियों के खातों में आना तय था, लेकिन ज्यादातर पुजारियों-सेवादारों का वेतन अब भी लंबित है। वर्तमान में गलता जी, घाट के बालाजी सहित तीर्थ के अधीन मंदिरों पुजारी, सफाईकर्मचारी, सेवादारों की संया 70 के आसपास है। बीते कुछ महीने का भुगतान अब भी अटका है। गलता परिसर में कुल 12 मंदिर हैं।
यह हुए नए कार्य
जिला प्रशासन के मुताबिक लंबे समय बाद कुंड की सफाई के साथ ही रंगाई, पुताई का कार्य, सौंदर्यीकण के कार्य किया है। पानी की सप्लाई के लिए पीएचईडी को प्लान जल्द बनाने के निर्देश दिए हैं। देव दिवाली, कार्तिक स्नान, छठ मेला, पौषबड़ा प्रसादी के साथ ही अन्य कार्यक्रम हुए।