जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर अजमेर रोड पर मौजमाबाद उपखंड के मौखमपुरा के पंचायत भवन में मौखमपुरा थाना खोलने का लोगों ने विरोध कर दिया। बाद में इसमें पंच भी शामिल हो गए। यह देख सरपंच रामजीलाल चौधरी ने पंचायत सभा बुलाकर थाने से पंचायत भवन खाली करवाकर वापस लेने का प्रस्ताव पारित कर दिया। इसकी सूचना एसडीएम मौजमाबाद को भी दी गई। चौंकाने वाली बात ये है कि पंचायत भवन में थाना खोलने का प्रस्ताव पंचायत सभा में लिया गया था। इसके बाद 17 जनवरी को रातों-रात पंचायत भवन के बोर्ड को पोत कर मौखमपुरा थाना लिख दिया गया।
लोग बोले-कब्जा गलत : पंचायत भवन गांवों की सरकार, कब्जा गलत लोगों ने कहा कि पंचायतीराज व्यवस्था गांवों में विकास का काम करती है। ऐसे में पंचायत गांवों की सरकार का भवन होता है, उस पर कब्जा गलत है। लोगों का आरोप है कि इसका विरोध जताया तो पुलिस ने ऐसा नहीं करने के लिए धमकाया। पूर्व सरपंच जगनसिंह का कहना है कि उनके कार्यकाल में पंचायत भवन बना था। पंचायत की बिल्डिंग हाईवे पर होने से लोगों के आकर्षक का केंद्र है।
पंचायत भवन के पास ही बैंक, ई-मित्र, डाकघर होने से बाकी सुविधाएं को भी हटाना पड़ सकता है। थाना खुलने के बाद पंचायत से जमीन की मांग करनी चाहिए थी। नियमानुसार पंचायत प्रशासन की ओर से जमीन उपलब्ध करवाई जाती है। पंचायत भवन का पंचायतीराज के बजट से निर्माण करवाया गया था। थाने की बिल्डिंग का निर्माण पुलिस हैडक्वार्टर व गृह विभाग की ओर से करवाया जाएगा। दोनों का विभाग ही अलग है।