जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर मलमास की समाप्ति के साथ ही फिर से शादियों के सीजन की शुरुआत हो चुकी है। शादियों के पिछले सीजन के साथ ही आगामी सीजन में भी नया चलन देखने को मिल रहा है। युवा जोड़े शादी को और भी खास बनाने के लिए रामायण और भगवा थीम को चुन रहे हैं। विभिन्न मैरिज गार्डनों के साथ ही दिल्ली रोड, आगरा रोड, सीकररोड स्थित होटल्स और रिसोर्ट्स में भी रामायण थीम परसजावट-संगीत के साथ ही ड्रेसेज का चयन किया जा रहा है। शादी के मंडप को सीता स्वयंवर सहित रामायण के विभिन्न प्रसंगों की तरह सजाया जा रहा है। दूल्हा-दुल्हन राम और सीता के रूप में तैयार होकर इस खास दिन को यादगार बनाने में जुटे हैं। वर पक्ष की डिमांड पर बैंडवादक रामायण की चौपाइयों, दोहों के साथ ही भक्ति गीतों की धुनें बजा रहे हैं।
सी-स्कीम स्थित एक कंपनी में वेडिंग प्लानर पायल शर्मा ने बताया कि शहर में बीते तीन महीने में 700 से अधिक शादियां रामायण थीम पर हुई हैं। बड़े बजट वाली शादी में लोग इस थीम को प्राथमिकता दे रहे हैं। 22 जनवरी को भी शहर में 10 से 15 जगहों पर इस थीम पर शादियां होगी। सिविल लाइन हवा सड़क स्थित वेडिंग प्लानर रीमा अग्रवाल ने बताया कि शादियों में रामायण के साथ ही लोटस थीम का चलन भी बढ़ा है। जौहरी बाजार स्थित एक बैंड के ओनर नवरत्न शर्मा ने बताया कि मैरिज गार्डन में बैंड की धुनें अब फिल्मी धुनों व लोकगीतों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इनमें भक्तिमय धुनें भी शामिल हो गई हैं।
शादियों के मुहूर्त
पं.दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि 21, 22, 24 व 30 जनवरी, 3 फरवरी, 4, 6, 7, 13, 14, 18, 20, 21 व 25 फरवरी और 3, 5, 6 मार्च को विवाह का मुहूर्त रहेगा। बड़ा और अबूझ सावा दो फरवरी को बसंत पंचमी का रहेगा। एक मार्च को फुलेरा दोज के अबूझ सावों पर बड़ी संख्या मेें विवाह होंगे। फिर 14 मार्च से 13 अप्रेल तक मीन संक्रांति काल में मलमास रहेगा।शहर में रामायण थीम पर शादियों का चलन बढ़ा है। बाहरी राज्यों से भी लोग डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए पहुंचे हैं। बालविवाह की रोकथाम के लिए ग्रामीण जगहों पर आयु प्रमाण पत्र देखकर ही शामियाना लगाने का आह्वान टैंट डीलर्स से किया है।