जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर मेवात के बाद अब दूसरे शहरों के ठग राजधानी को ठगी का हॉट स्पॉट बना रहे हैं। दूसरे जिलों के युवक शहर के बाहरी क्षेत्र में किराए के मकान लेकर ठगी के कॉल सेंटर चला रहे हैं। यहां के सबसे ज्यादा ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए ठगी कर रहे हैं। वहीं इनके अलावा तीन गिरोह और सक्रिय हैं, इनमें ई-मित्र संचालकों को अतिरिक्त सेवाएं देने का झांसा देकर, नकली बाल व दाढ़ी लगाकर भविष्य बताने का झांसा देकर और एक गिरोह ठगी के ट्रांजेक्शन करने के लिए किराए के बैंक उपलब्ध कराने का काम कर रहा था। ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत पुलिस पिछले एक सप्ताह में 12 जगह कार्रवाई कर 59 ठगों को पकड़ चुकी हैं। कॉल सेंटर पर कॉल टेकर के रूप में काम कर रही लड़कियां भी मिली हैं। राजधानी में अब तक करधनी, कालवाड़, हरमाड़ा, करणी विहार, बिन्दायका, झोटवाड़ा, शिप्रापथ, विद्याधर नगर व खोह नागोरियान में कार्रवाई हुई है। ठगों के बैंक खाते व यूपीआई अकाउंट्स ट्रांजेक्शन चेक किया तो सामने आया कि पिछले एक साल में ठग 200 करोड़ से ज्यादा के ट्रांजेक्शन कर चुके।
यहां-यहां हुई कार्रवाई
वेस्ट के करणी विहार, बिंदायका, करधनी, कालवाड़ व हरमाड़ा में एक साथ 7 जगह दबिश देकर दो नाबालिग सहित 32 ठग पकड़ लिए। इनमें एक गिरोह के बदमाश नकली बाल व दाढ़ी लगाकर ज्योतिष बनने के ऑनलाइन होकर पुराना प्यार लौटाने और भविष्य बताने का झांसा देकर ठगी कर रहा था। एक गिरोह ठगों के लिए ग्रामीणों के बैंक खाते लेकर किराए पर दे रहा था। बाकी ठग ऑनलाइन गेमिंग एप बनाने और गेमिंग एप के जरिए ठगी कर रहे थे। करधनी व झोटवाड़ा इलाके में दबिश देकर दो अन्य कॉल सेंटर पकड़े। जहां से 16 ठगों को पकड़ा गया। ये बदमाश सट्टा एप व गेमिंग एप के जरिए ठगी कर रहे थे। 80 बदमाशों के पास अकाउंट मिले है। जिन्हें पुलिस ने सीज करवा दिए। पुलिस इनके बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है। यहां कॉल सेंटर पर काम करने के लिए 10 लड़कियां भी लगा रखी थी। जिनकी भूमिका की जांच की जा रही हैं।
ठगों के जहां से कॉल जनरेट हो रहे, वहीं दबिश देकर पकड़ रहे हैं
ईस्ट के खोह नागोरियान में दबिश देकर नाबालिग सहित 3 ठगों को पकड़ा था। जिनके पास 9 मोबाइल, 16 एटीएम, एक लैपटॉप, 3 चैक बुक, 2 पास बुक व 45 हजार रुपए नकद बरामद, एक कार मिली। इनके बैक खातों में करोड़ों का ट्रांजेक्शन मिला है। साउथ के शिप्रापथ में दबिश देकर ई-मित्र संचालकों से ठगी कर रहे 4 बदमाशों को पकड़ लिया। इनके कब्जे से 9 मोबाइल फोन, 13 कम्पयुटर, 1 लैपटॉप, वाईफाई, बायोमेट्रिक फिगर प्रिन्ट मशीन, 78 हजार रुपए जब्त किए है।
नॉर्थ के विद्याधर नगर में दबिश देकर दो युवतियों सहित पांच ठगों को पकड़ा था। ये ठग फर्जी वेबसाइट के जरिए ई-मित्र संचालकों को अलग-अलग सेवाओं का एक्सिस देने का झांसा देकर ठगी कर रहे थे। इनसे 3 लेपटॉप, 6 मोबाइल व 10 सिमकार्ड बरामद किए है। ठगी का ये कॉल सेंटर 6 माह से चल रहा था।
ठगों को शहर के बाहरी क्षेत्र में बिना सत्यापन कराए ही मकान किराए पर देने वाले मालिकों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
“देशभर में लगातार बढ़ रही साइबर ठगी पर लगाम लगाने के लिए देशभर की सभी एजेंसियों ठगी से संबंधित डाटा शेयर करना शुरू कर दिया। साइबर ठगी के संबंध में किसी भी जगह पर शिकायत दर्ज होती हैं तो संबंधित एजेंसी उसका डेटा नेशनल साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर को भेजते है। हमारी साइबर सैल उसी डेटा का एनालिसिस कर साइबर में बैठकर सक्रिय ठगों की लोकेशन ट्रेस करते हैं, जहां से ठगों के कॉल जनरेट हो रहे है। टीमें उसी जगह दबिश देकर इन्हें पकड़ रही है।