जालोर न्यूज़ डेस्क , जालोर बागोड़ा व बाड़मेर जिले के कस्बो को जोड़ने वाली भीनमाल-जुंजाणी रोड पूरी तरह से बदहाल है। इस 9 किलोमीटर सड़क पर सफर करना हर किसी के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। सड़क के कदम-कदम पर गड्ढे पड़े हुए है। कई जगह सड़क का नामोनिशान तक मिट चुका है। इतना कुछ होने के बाद भी सड़क का नवीनीकरण कार्य धीमी गति से हो रहा है। सरकार ने 2023 में भीनमाल-बागोड़ा-जैसावास तक 50 किलोमीटर सड़क के निर्माण की स्वीकृति दी थी, अक्टूबर 2023 में इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, लेकिन कार्य इतना धीमी गति से हो रहा है कि दो साल गुजरने के बाद भी पूरी सड़क तैयार नहीं हो पाई। खासकर भीनमाल से जुंजाणी 9 किलोमीटर सड़क तो पूरी तरह से बदहाल है। खासकर मोटरसाईकिल चालकों के लिए तो इस सड़क पर सफर करना बड़ी चुनौती से कम नहीं है। दरअसल, सरकार ने 2023 में भीनमाल से जैसावास तक 50 किलोमीटर सड़क के निर्माण के लिए 55.33 करोड़ की स्वीकृति जारी की थी। अक्टूबर 2023 से ठेकेदार ने कार्य शुरू किया है, लेकिन अभी तक सड़क अधूरी है।
7 किलोमीटर सड़क पर चलना मुश्किल
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि भीनमाल से जैसावास तक 50 किलोमीटर सड़क में 30 किलोमीटर सड़क का नवीनीकरण किया गया है। भीनमाल से जुंजाणी तक 7 किलोमीटर सड़क पर कुछ कार्य हुआ है, लेकिन सर्दी अधिक होने से नवीनीकरण नहीं हो पाया था। ऐसे में अब इस सड़क का निमार्ण कार्य शुरू होगा।सड़क की चौड़ाई 5.5 मीटर से बढ़ाकर 7 मीटर की जाएगी। धुम्बड़िया से जैसावास तक 15 किलोमीटर सड़क का कंकरीट जमा दी है। फरवरी माह में यह कार्य पूरा हो जाएगा।
गुजरते है सैकड़ों वाहन
भीनमाल से जुंजाणी रोड पर रोजाना सैकड़ों वाहन गुजरते है। यह सड़क बागोड़ा उपखण्ड मुख्यालय, गुडामालानी, सिणधरी सहित सैकड़ों गांवों को शहर से जोड़ती है। जुंजाणी तक सड़क पूरी तरह टूटी होने से खासकर दुपहिया वाहन चालकों के लिए यहां से सफर आसान नहीं है।