झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, केन्द्रीय इलेक्ट्रोनिकी अभियांत्रिकी अनुसांधान संस्थान (सीरी) पिलानी ने तीन प्रौद्योगिकियां उद्योगों को हस्तांतरित की है। तीनों चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी हुई है। इससे चिकित्सा जगत को फायदा होगा। मरीजों का उपचार बेहतर व सस्ता होगा। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण हाल ही में मुंबई में नवनिर्मित सीएसआईआर इनोवेशन सेंटर में हुआ। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में नीति आयोग के सदस्य डा. वी. के. सारस्वत, डा. वी. के. पॉल तथा सीएसआईआर की महानिदेशक डा. एन कलैसेल्वी अतिथि रही। कार्यक्रम में केंद्रीय विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने वर्चुअल सम्बोधित किया। सीरी निदेशक डा. पी सी पंचारिया ने आयोजन पर चर्चा की।
सस्ती पीसीआर तकनीक
तीसरी तकनीक, सस्ती पीसीआर तकनीक है। यह प्रो एडुस्फीयर प्रा. लि., गुरुग्राम को हस्तांतरित की गई। इस तकनीक के माध्यम से पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन टेस्ट को अधिक किफायती और व्यापक रूप से सुलभ बनाया जाएगा। सीरी निदेशक डा. पी सी पंचारिया ने बताया कि हस्तांतरित की गई प्रौद्योगिकियां स्थानीय रूप से विकसित की गई हैं जो वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान प्रदान करने में भी सक्षम हैं। यह आत्मनिर्भर भारत अभियान में सहायक सिद्ध होंगी।
आईसीयू मरीज निगरानी प्रणाली
सीरी संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. मनीष मैथ्यु, डा. सत्यम श्रीवास्तव, नवजोत कुमार तथा संस्थान के जनसम्पर्क अधिकारी रमेश बोरा ने बताया कि कार्यक्रम में सीरी के वैज्ञानिकों की ओर से विकसित की गई आईसीयू मरीज निगरानी प्रणाली को मेसर्स कोलेटरल मेडिकल्स, मुंबई को हस्तांतरित किया गया। यह तकनीक आईसीयू में भर्ती मरीजों की निगरानी को स्मार्ट और दक्ष बनाएगी। इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर आधारित यह प्रणाली मरीजों के स्वास्थ्य डेटा को रीयल-टाइम में ट्रैक करने में सक्षम है।