जोधपुर न्यूज़ डेस्क , जोधपुर मोबाइल में हम सभी 5जी सिम पर अपग्रेड हो चुके हैं। लेकिन डिस्कॉम का स्पॉट बिलिंग सिस्टम अभी पुराने 4जी सिस्टम पर चल रहा है। इस कारण नेटवर्क नहीं मिल रहा। इसका खामियाजा कर्मचारियों व उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। पहले से ही 15 से 20 दिन की देरी से बिलिंग साइकिल चल रहा है। ऐसे में उपभोक्ताओ को डेढ़ से दो गुना तक बढ़े हुए बिल थमाए जा रहे हैं।
यह आ रही समस्या
जिस कंपनी को ठेका दिया गया है, उसने एक मोबाइल और प्रिंटर मशीन डिस्कॉम के कर्मचारियों को दी है। इस मशीन को ब्ल्यू टूथ के जरिये प्रिंटर से कनेक्ट किया जाता है। मोबाइल में एप्लीकेशन लोड है, जिसमें उपभोक्ता की जानकारी भरते ही डाटा आ जाता है। लेकिन इस मोबाइल में लगने वाली सिम 4जी स्टेंडर्ड की है। कई बार ऐसे इलाके जहां नेटवर्क नहीं आता वहां कर्मचारी जुगाड़ लगाकर काम चला रहे हैं।एक दिन में एक कर्मचारी को 100 से 150 अधिक उपभोक्ताओं तक पहुंचना होता है और उनको बिल देना होता है। लेकिन नेटवर्क समस्या के कारण कई बार यह आंकड़ा पार नहीं हो पाता। इसी कारण परेशानी हो रही है। कई बार कर्मचारियों को नोटिस का सामना भी करना पड़ता है। अधिकांश स्थानों पर मीटर रीडर की कमी है। ऐसे में तकनीकी कर्मचारियों को इस काम पर लगा रखा है।
उपभोक्ताओं पर ऐसा भार
30 की बजाय 40 या 50 दिन का बिजली बिल दिया जा रहा है। इसमें स्थायी शुल्क और अन्य शुल्क भी बढ़े हुए हैं। ऐसे में जिसका औसत बिल 2000 रुपए आता था वह अब 4000 रुपए का आ रहा है। ऐसे में उपभोक्ताओं को यह राशि भी ज्यादा लग रही है।
एमडी से कल होगी वार्ता, तब तक धरना स्थगित
जोधपुर. डिस्कॉम कर्मचारियों ने सोमवार को स्पॉट बिलिंग प्रक्रिया में आ रही समस्या और ट्रांसफर में परस्पर विरोध के चलते प्रबंध निदेशक कार्यालय पर धरना देकर प्रदर्शन किया। बीएमएस के जगदीश दाधीच और लवजीत पंवार ने बताया कि स्पॉट बिलिंग में नेटवर्क नहीं मिलने के कारण जितना टारगेट एक कर्मचारी को दिया गया है वह पूरा नहीं कर पा रहा। कई तकनीकी कर्मचारी जिनका वेतन कम है, उनको बिना ट्रांसफर मांगे ही राजनीतिक द्वेष के चलते 500 किमी दूर भेज दिया गया है। डिस्कॉम एमडी के जयपुर होने के कारण उन्होंने इन मुद्दों पर वार्ता के लिए बुधवार का समय दिया है। तब तक के लिए आंदोलन स्थगित किया गया।
एक नजर में स्पॉट बिलिंग
270 के करीब मशीन के साथ व्यक्ति शहर में स्पॉट बिलिंग कर रहे हैं।
40 मशीनों को रिजर्व में रखा गया है।
1 मशीन से एक दिन में 125 औसत रीडिंग लेकर बिल देना होता है।
40 से 50 दिन का आ रहा एक साथ बिल