करौली न्यूज़ डेस्क, राज्य सरकार की ओर से वितरित की जाने वाली नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें आगामी शैक्षणिक सत्र से संबंधित पीईईओ या शहरी नोडल यूसीईईओ तक पहुंचाई जाएंगी, जहां से संबंधित संस्था प्रधान पुस्तकें प्राप्त कर सकेंगे। इस व्यवस्था से अब पाठ्य पुस्तकों के लिए संस्था प्रधानों को जिला मुख्यालय पर नहीं जाना पड़ेगा।इसके साथ ही शिक्षा विभाग की ओर से आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए किताबों की मांग भी स्कुलों से भेजने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। हालांकि अभी शैक्षणिक सत्र 2024-25 चल रहा है। परीक्षाएं होना भी बाकी है, लेकिन विद्यार्थियों को समय पर पुस्तकें उपलब्ध हो सके, इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने अगले सत्र 2025-26 के लिए किताबों की मांग अभी भरने के आदेश जारी किए हैं। राजकीय विद्यालयों में कक्षा प्रथम से आठवीं तक सभी विद्यार्थियों तथा कक्षा 9 से 12वीं तक सभी छात्राओं, एससी एसटी के सभी छात्र तथा छात्राएं जिनके माता-पिता आयकर दाता नहीं है। उनको शिक्षा विभाग द्वारा नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक उपलब्ध करवाई जाएगी। इसकी सूचना स्कूलों की ओर से शाला दर्पण पोर्टल पर 27 जनवरी तक अपलोड करनी होगी। वहीं नोडल की ओर से 28 जनवरी से 3 फरवरी के बीच लॉक करनी होगी।
कक्षा एक से तीसरी तक के विद्यार्थियों को नई मिलेगी पुस्तकें : नि:शुल्क पाठय पुस्तक वितरण के तहत कक्षा पहली से तीसरी तक के विद्यार्थियों को शत प्रतिशत पुस्तकें नई दी जाएंगी। कक्षा 4 से 12वीं तक के विद्यार्थियों को 50 फसदी नई पुस्तक व शेष पुरानी पुस्तकें दी जाएंगी। कक्षा दूसरी से दसवीं तक व 12वीं कक्षा की मांग पिछले साल के नामांकन के आधार पर करनी होगी।