कोटा न्यूज़ डेस्क, विज्ञान नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर में सोमवार को सुबह 9.15 बजे आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज का संघ मंगल प्रवेश हुआ। मंदिर समिति अध्यक्ष राजमल पाटोदी ने बताया कि सकल समाज व विज्ञान नगर मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने मंदिर द्वार पर आचार्य श्री के पाद प्रक्षालन कर स्वागत किया। मंगल प्रवेश में सकल दिगंबर जैन समाज समिति अध्यक्ष विमल नांटा, महासचिव विनोद टोरडी, प्रकाश थौरा, जेके जैन, विमल वर्धमान सहित अनेक गणमान्य समाजजन मौजूद थे। शाम को आचार्य भक्ति कार्यक्रम हुआ। सुबह 8.45 बजे विज्ञान नगर में नियमित प्रवचन होंगे।
धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य ने आत्मचिंतन, संयम व आत्मशुद्धि का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि दूसरों की आलोचना व बुराई करने में समय बर्बाद करने की बजाय अपने जीवन व आत्मा पर ध्यान देना चाहिए। आत्मा में झांकना ही सच्चा आत्मज्ञान है। जीवन से बुराइयों को दूर करने का प्रयास करें। पुण्य बढ़ाने के लिए ईश्वर और आत्मा से जुड़ने का प्रयास करें। मंदिर में भगवान के दर्शन के साथ-साथ अपने भीतर के मंदिर में भगवान को महसूस करें। जो अपने भीतर देखता है, उसे ही सच्चा सुख और आनंद मिलता है। दिगंबर जैन मंदिर विज्ञान नगर में प्रवचन देते आचार्यश्री प्रज्ञा सागर।