राजस्थान न्यूज़ डेस्क – आज (12 फरवरी) माघी पूर्णिमा पर प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस बार ग्रहों और नक्षत्रों के संयोग से अद्भुत संयोग बन रहा है। अनुमान है कि माघी पूर्णिमा पर 3 से 4 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान करेंगे। आज श्रद्धालुओं का एक महीने का कल्पवास भी पूरा हो जाएगा। माघी पूर्णिमा पर संगम में स्नान करने के बाद साधु-संत अपने-अपने मठ-मंदिरों को लौट जाएंगे। कल्पवासी भी लौट आएंगे। उन्होंने अगले साल आने का संकल्प लिया है।
देवी-देवता भी आज विदा होंगे
पूर्णिमा पर कल्पवासी रात्रि जागरण करते हैं। देवताओं से प्रार्थना करते हैं और किसी गलती के लिए क्षमा मांगते हैं। इस दिन के बाद सभी देवी-देवता, किन्नर, गंधर्व, यक्ष और तीर्थ सभी विदा हो जाते हैं। ऋषिगण अचला सप्तमी को विदा होते हैं। माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर त्रिवेणी संगम समेत अन्य घाटों पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
सीएम योगी सुबह 4 बजे से ही निगरानी कर रहे हैं
सुबह 5 बजे तक 48 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे महाकुंभ के दौरान 46 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सुबह 4 बजे से ही निगरानी कर रहे हैं। सीएम योगी ने अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और मेले में यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
डीआईजी प्रयागराज ने कहा- सब कुछ नियंत्रण में है
डीआईजी प्रयागराज वैभव कृष्ण ने कहा कि माघ पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालु बड़ी संख्या में स्नान के लिए यहां पहुंच रहे हैं। हमारी तैयारी वाकई अच्छी है। सब कुछ नियंत्रण में है। पार्किंग, ट्रैफिक डायवर्जन, सब कुछ चालू है। श्रद्धालु नियमों का पालन कर रहे हैं।
यातायात योजना में किया गया बदलाव
प्रयागराज की ओर जाने वाली सड़कों पर जाम लगने के बाद यातायात योजना में बदलाव किया गया है। शहर में वाहनों का प्रवेश बंद है। मेला क्षेत्र में कोई भी वाहन नहीं चलेगा। ऐसे में श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने के लिए 8 से 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है। लोगों को रुकने नहीं दिया जा रहा है, ताकि भीड़भाड़ न हो। पहली बार मेले में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 15 जिलों के डीएम, 20 आईएएस और 85 पीसीएस अफसरों को तैनात किया गया है।