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Rajasthan News: Nagaur खुलेआम सेहत से खिलवाड़ की अनदेखी, आदेश के बाद भी ना जानकारी ना कार्रवाई

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नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर सेहत के नाम पर खिलवाड़ कर रहे नीम-हकीमों की कारगुजारी जारी है। चिकित्सा विभाग की ओर से कई बार इन पर कार्रवाई करने के दिए आदेश-निर्देश को नजरअंदाज किया जा रहा है। खुद सीएमएचओ ने करीब एक पखवाड़ा पूर्व सभी बीसीएमओ को इस संदर्भ में नोटिस दिए थे। इसके बावजूद अब तक कुछ खास नहीं हो पाया।सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ सालों से नीम-हकीम के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। राजस्थान पत्रिका ने इस संदर्भ में चार जनवरी को ’खतरा ए जान के साथ बढ़ रहे नीम-हकीम, कार्रवाई सिफर’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके अगले दिन ही सीएमएचओ डॉ जुगलकिशोर सैनी ने सभी बीसीएमओ को नोटिस/पत्र जारी किया। इसमें उनके क्षेत्र में कार्यरत नीम-हकीम कितने हैं, उनके नाम संबंधी अन्य जानकारी के साथ कार्रवाई का विवरण देने को कहा। करीब पंद्रह दिन बाद भी हालात ज्यों के त्यों हैं। बताया जाता है कि इस एक पखवाड़े में भी ना कार्रवाई के नाम पर कुछ हुआ ना ही अपने ब्लॉक में कार्यरत नीम-हकीम की विस्तृत जानकारी बीसीएमओ ने सीएमएचओ कार्यालय भेजी। सीएमएचओ इससे पहले भी इस संबंध में निर्देश दे चुके हैं। इसके बाद भी अनसुनी जारी है। हाल में अजमेर में आयोजित उर्स के दौरान भी करीब एक दर्जन नीम-हकीम अपनी दुकान चलाते रहे। मुख्यालय पर इन पर कार्रवाई का नोटिस मिला हुआ था फिर भी इसे नहीं माना गया।

कुछ घर-दुकान से कर रहे कथित इलाज : अस्थाई ही नहीं नीम-हकीम अपना स्थाई ठिकाना बना चुके हैं। किसी ने अपने किराए के मकान से ही लोगों को उपचार देना शुरू कर दिया है। ना डिग्री ना लाइसेंस, कोई तो मामूली पढ़ा-लिखा है फिर भी हड्डी से लेकर शरीर की कमजोरी दूर भगाने के नाम पर धंधा चमका रहे हैं। यही नहीं दूर-दराजके गांव- कस्बे में कथित क्लीनिक/दवाखाना चला रहे हैं। लोगों को इसका फायदा हो रहा है या नहीं पर ऐसे कथित चिकित्सकों का कोई इलाज नहीं हो रहा।

नहीं हो पाती कार्रवाई : सूत्र बताते हैं कि नीम-हकीम पर कार्रवाई को लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से आदेश जारी होते रहे हैं। इसके लिए चिकित्सा विभाग के अधिकारी ही नहीं एसडीएम/पुलिस तक के सहयोग से कार्रवाई होनी होती है। इसे पूरी तरह भुला दिया गया है। आदेश को कोई गंभीरता से नहीं लेता। अलग-अलग तरीके के दबाव ही नहीं संबंधित अधिकारी की अनदेखी भी इन पर कार्रवाई नहीं होने देती।  पिछले एक पखवाड़े में कुछ कार्रवाई तो हुई है। नीम-हकीम के संबंध में जानकारी कितनी भेजी, इसे देखकर बताऊंगा।

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Rajasthan E Khabar Webdesk

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