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Rajasthan News: बाड़मेर में हिस्ट्रीशीटर पर पुलिस की बड़ी कार्यवाही! आलिशान बंगले और कंपनी समेत करोड़ों की प्रॉपर्टी फ्रीज़, जाने क्या है पूरा मामला

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बाड़मेर न्यूज़ डेस्क – मादक पदार्थों की तस्करी रोकने और तस्करों पर नकेल कसने के लिए बाड़मेर पुलिस ने एक वांछित हिस्ट्रीशीटर की दो करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति फ्रीज की। एनडीपीएस एक्ट की धारा 68 एफ के तहत बंगला, कार व अन्य संपत्ति फ्रीज की गई। बाड़मेर में यह पहली कार्रवाई है।एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के गलाबेरी निवासी वीरधाराम पुत्र भैराराम के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 68 एफ के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया था। संपूर्ण दस्तावेजों का विश्लेषण करने के बाद हार्डकोर अपराधी वीरधाराम की करीब दो करोड़ रुपए की संपत्ति फ्रीज की गई है।बाड़मेर पुलिस ने गलाबेरी में वीआर सियोल कंस्ट्रक्शन कंपनी का आलीशान बंगला, लग्जरी कार, तीन स्लीपर बसें फ्रीज की। बंगले के आगे पुलिस का बोर्ड लगा दिया गया है। एसपी ने बताया कि तस्करों के खिलाफ यह कार्रवाई अब लगातार जारी रहेगी। पुलिस ऐसे तस्करों का रिकॉर्ड तैयार कर रही है।

हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ 10 मामले
हिस्ट्रीशीटर वीरधाराम लंबे समय से मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त है। आरोपी के खिलाफ तस्करी का पहला मामला 2012 में दर्ज हुआ था। इसके बाद एनडीपीएस एक्ट व मारपीट के 3-3, आर्म्स एक्ट के 2 समेत करीब 10 मामले दर्ज हैं, जो न्यायालय में विचाराधीन हैं। आरोपी छह साल तक फरार रहने के बाद अगस्त 2023 में पुलिस के हत्थे चढ़ा था। बाड़मेर के अलावा चित्तौड़गढ़, नीमच व अन्य थानों में उसके खिलाफ पोस्त तस्करी के मामले दर्ज हैं। फिलहाल आरोपी जमानत पर बाहर है।

यह बोर्ड लगाया गया है
पुलिस ने विरधाराम के घर के आगे एक बोर्ड लगाया है। जिस पर लिखा है कि यह संपत्ति आवासीय भवन गांव गलाबेरी शिवकर तहसील बाड़मेर जिला बाड़मेर जो कि विरधाराम पुत्र भैराराम की है, को थानाधिकारी पुलिस थाना सदर बाड़मेर राजस्थान द्वारा एनडीपीएस एक्ट 5 की धारा 68 एफ (2) के प्रावधानों के तहत फ्रीज किया गया है। ऐसे में इस संपत्ति को सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना बेचना, खरीदना, गिरवी रखना, हस्तान्तरित करना विधि विरुद्ध है।

पत्नी के नाम से कंपनी बनाकर कालाधन सफेद किया
पुलिस ने बताया कि विरधाराम ने अपने गांव में आलीशान मकान बनवाया है। उसने पत्नी के नाम से वीआर सियोल कंस्ट्रक्शन कंपनी बनाकर अवैध रूप से अर्जित संपत्ति से लग्जरी बसें व कारें खरीदकर कालेधन को सफेद करने का प्रयास किया है।
टीम ने विरधाराम की सभी संपत्तियों का ब्यौरा व दस्तावेज जुटाए। एक प्रार्थना पत्र तैयार कर सक्षम अधिकारी व प्रशासन एनडीपीएस एक्ट नई दिल्ली को भेजा गया। संपूर्ण दस्तावेजों का विश्लेषण करने पर कट्टर विरधाराम की करीब दो करोड़ रुपए की संपत्ति अवैध रूप से अर्जित पाई गई।

कार्रवाई में ये रहे शामिल
एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि पुलिस कार्रवाई में सदर थाना प्रभारी सत्यप्रकाश विश्रोई, गडरा रोड थाना प्रभारी हनुमानराम, एएसआई ललित खत्री, एएसआई जुंझार सिंह, हैड कांस्टेबल खेताराम, कांस्टेबल सुरेश कुमार, भरत कुमार शामिल थे।

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Rajasthan E Khabar Webdesk

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