धौलपुर न्यूज़ डेस्क, धौलपुर मानसून सीजन में रिकॉर्ड तोड़ बारिश होने के कारण शहर की सड़कों पर कमरतोड़ गड्ढे हो गए थे। सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा शहर सीमा की सड़कों के गड्ढे भरने के लिए 20 लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया था। साथ ही पूरे धौलपुर जिले में पेचवर्क कार्य के लिए एक करोड़ रुपए का बड़ा बजट स्वीकृत किया गया था। जिससे शहर सहित देहात की मुख्य सड़कों पर पीडब्ल्यूडी को गड्ढे भरने थे, लेकिन ठेकेदारों ने बजट का बंदरबांट कर सड़क के गड्ढो को भरने में जमकर अनियमितता बरती। जिसकी जांच करने में सार्वजनिक निर्माण विभाग के जेईएन और एईएन ने भी लापरवाही की। पेचवर्क कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। जिसके कारण कुछ समय बाद ही पेचवर्क की डामर गिट्टियों सहित सड़क पर फैली दिखाई देने लगी। इस मुद्दे कोजब प्रमुखता से उठाया तो सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राम सिंह मीणा ने खुद स्वीकार किया था कि संवेदकों ने पेचवर्क कार्य में घोर लापरवाही बरतने के साथ ही निम्न स्तर की गुणवत्ता का कार्य किया है। पेचवर्क संवेदकों ने सड़कों पर लम्बे लम्बे डामर की सील लगा दी और सड़क के सही सरफेस पर भी सील लगाकर निर्माण कार्य दर्शाया गया।
कई जगह गड्ढो में बजरी भर कर छोड़ दिया गया। जिन पर डामर की सील नहीं लगाई गई। उच्च अधिकारियों की नाराजगी पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा संवेदक को सड़कों पर दुबारा पेचवर्क कर गुणवत्तापूर्ण सामग्री के साथ गड्ढो को भरने का आदेश दिया गया था। लेकिन सड़क के गड्ढो को भरने के लिए दुबारा किया गया पेचवर्क मानसून छोड़िए, सर्दी की हल्की बूंदाबांदी तक नहीं झेल पाया। सबसे ज्यादा सड़कों का बुरा हाल लाल बाजार से लेकर स्टेशन तक जाने वाली रोड का है। जिन पर पेचवर्क का कार्य दो बार हुआ। फिर भी सड़क में गड्ढे है। धौलपुर शहर में कितने का पेचवर्क कार्य हुआ है,मुझे जानकारी नही है। मेरे पास अतिरिक्त चार्ज था। मुझे इस मामले में कोई जानकारी नही है।