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Rajasthan News: धौलपुर में परिवहन निरीक्षक के साथ मारपीट का विरोध : आरटीओ कार्यालय में पसरा सन्नाटा, काम के लिए भटकते रहे लोग

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उदयपुर। धौलपुर में परिवहन विभाग के निरीक्षक के साथ मारपीट और एसपी की ओर से थाने में बिठाए रखने का विरोध स्थानीय परिवहन विभाग कार्यालय में भी देखने को मिला है। हालात तो यह रहे कि बुधवार को सुबह 11 बजे तक विभिन्न शाखाओं में कुर्सियां खाली रही। अलग अलग कामों को लेकर कार्यालय पहुंचे लोगों को जहां परेशानी का सामना करना पड़ा वहीं एजेंट भी खासे परेशान हुए। सबसे ज्यादा परेशानी आरसी और लाइसेंस रिनुवल को लेकर रही। जहां सभी दस्तावेज जमा करवाने के बाद भी रिपोर्ट करने के लिए कोई इंस्पेक्टर मौके पर नहीं था। ऐसे में लोगों ने डीटीओ से संपर्क साधा तो उन्होंने रिपोर्ट तक लोगों को राहत दी। दरअसल, आरसी और लाइसेंस की अंतिम तिथि निकल जाने के बाद बेवजह लोगों को विलंब शुल्क जमा करवाना पड़ जाता। ऐसे में डीटीओ ने रिपोर्ट कर लोगों को राहत प्रदान की। 

सुबह 11 बजे भी सन्नाटा
आम दिनों की तुलना में बुधवार को सुबह 11 बजे तक परिवहन विभाग की विभिन्न शाखाओं पर ताला जड़े रहे। जो कार्यालय खुले थे, वहां की कुर्सियां खाली रही। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से जब जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने भी कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं कार्यालय में इंस्पेक्टर और आरटीओ के कार्यालयों पर ताला लगा रहा। दस्तावेज की प्रक्रिया पूरी करने के बाद फाइल को जब अधीनस्थ कार्यालय पहुंचाने का प्रयास किया गया तो वहां की खिड़कियां भी बंद थी। लोगों ने सोचा कुछ समय बाद खिड़कियां खुल जाएंगी लेकिन घंटो खडे रहने के बाद भी खिड़कियां नहीं खुली। उसके बाद लोगों ने रवानगी ली। उधर, हाईवे और अन्य मार्गों पर भी स्थितियां यही रही। जहां परिवहन विभाग के उड़न दस्ते देखने को नहीं मिले। इसके चलते हाईवे पर न स्पीड लिमिट की जांच हो पाई और न ही सीट बैल्ट या अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं का ही आंकलन किया गया। 

यह है मामला
उल्लेखनीय है कि गत शनिवार को धौलपुर में एसपी सुमित मेहरड़ा  की ओर से दो परिवहन निरीक्षकों को थाने में 5 घंटे बैठाकर पूछताछ करने और जयपुर-अजमेर हाईवे पर ट्रक ड्राइवरों ने परिवहन निरीक्षक विजेंद्र जांगिड़ पर हमला कर दिया। मामलों में कार्रवाई करने के लिए विरोध किया जा रहा है। परिवहन निरीक्षकों की मांग है कि एसपी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसी क्रम में उदयपुर जिले में भी परिवहन निरीक्षक कार्यालय में उड़नदस्तों की गाड़ियों को खड़ी करके विरोध जता रहे हैं। उड़दस्तों की टीमें हाईवे पर जांच नहीं करने से 7 लाख रुपए के रेवेन्यू का नुकसान हुआ है। उड़नदस्ते की टीमें वाहनों की फीटनेस, बीमा, ओवरलोडिंग आदि जांच करती हैं। जिले में 7 परिवहन निरीक्षक उड़नदस्ते और एक परिवहन निरीक्षक कार्यालय में तैनात हैं। हालांकि यह हड़ताल कब खत्म होगी, इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है।

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Rajasthan E Khabar Webdesk

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