जयपुर। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने फोन टैपिंग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरा। शेखावत ने कहा कि गहलोत को तो फोन टैपिंग के मामले में चर्चा करने का नैतिक अधिकार भी नहीं है। बयान जारी कर कहा की गहलोत के जमाने में जिस तरह से फोन टैपिंग हुई, यह मैं कहता या आरोप-प्रत्यारोप लगाता, वो ठीक नहीं था, लेकिन उनके ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने दिल्ली न्यायालय में शपथपूर्वक बयान रजिस्टर्ड कराकर कहा कि फोन टैपिंग हुई है।
फोन टैपिंग के बाद मुख्यमंत्री ने खुद उस टैप को अवैध तरीके से हासिल कर लीक करने के लिए कहा। जिन लोगों ने इस तरह के पाप किए हैं, वो दूसरों की तरफ दृष्टि उठाकर देखें, उनका ये अधिकार नहीं है।